आयुष्मान हास्पिटल के संचालक की डिग्री की जांच, एमसीआइ से मांगा ब्योरा
आइएमए ने डा. संजीव कुमार की एमबीबीएस की डिग्री और पंजीकरण को बताया है फर्जी एमसीआइ का जवाब मिलने के बाद होगी कार्रवाई
आगरा, जागरण संवाददाता। आयुष्मान हास्पिटल के संचालक डा. संजीव कुमार की एमबीबीएस की डिग्री और पंजीकरण फर्जी होने की जांच शुरू हो गई है। सीएमओ डा. आरसी पांडेय ने मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया (एमसीआइ) से डा. संजीव कुमार के पंजीकरण का ब्योरा मांगा है। एमसीआइ की रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
आइएमए, आगरा के अध्यक्ष डा. राजीव उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार श्रीकांत राजिमवाले के पत्र के आधार पर आयुष्मान हास्पिटल के संचालक डा. संजीव कुमार की एमबीबीएस की डिग्री और पंजीकरण फर्जी बताया है। आइएमए की सदस्यता समाप्त करने के साथ ग्रुप से भी हटा दिया। इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए सीएमओ से शिकायत की गई है। सीएमओ ने बताया कि एमसीआइ से डा. संजीव कुमार के पंजीकरण का ब्योरा मांगा गया है। उन्होंने जेएनएम मेडिकल कालेज, राजपुर (पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल हेल्थ यूनिवर्सिटी आफ छत्तीसगढ़) से एमबीबीएस (2018) के दस्तावेज लगाए हैं। एमसीआइ कालेज, डिग्री और पंजीकरण की जांच करेगी। एमसीआइ की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मेडिसिन विभागाध्यक्ष से मांगी गई रिपोर्ट
एसएन मेडिकल कालेज में डा. संजीव कुमार का इसी साल अप्रैल में नान पीजी जूनियर रेजीडेंट के पद पर चयन हुआ था। प्राचार्य डा. संजय काला ने बताया कि इस मामले में मेडिसिन विभागाध्यक्ष से रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।
आइएमए में गुटबाजी
इस मामले को लेकर आइएमए में भी गुटबाजी शुरू हो गई है। एक पक्ष डा. संजीव कुमार के समर्थन में खड़ा हो गया है। वहीं, आइएमए के पदाधिकारी सहित सदस्य सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उधर, डा. संजीव कुमार की डिग्री फर्जी होने की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय में भी की गई है।