पति ने तलाक दिए बिना की दूसरी शादी, दस साल से इंसाफ के लिए भटक रही पीड़िता
न्यू आगरा लायर्स कालोनी निवासी पीड़िता की मदद में उतरी महिला शांति सेना। पीड़िता का आरोप अधिकारियों के आदेश के बावजूद पुलिस ने नहीं की कार्रवाई। मामले में 17 नवंबर को उनके बयान भी दर्ज हो चुके हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। पति ने तलाक दिए बिना दूसरी शादी कर ली। उससे दो बच्चे भी हो गए, इधर पीड़िता 11 साल से इंसाफ के लिए भटक रही है। पीड़िता की शिकायत पर साक्ष्यों को दरकिनार कर पुलिस ने मुकदमे में दो बार एफआर लगा दी। पीड़िता की मदद को अब महिला शांति आगे आई है।
न्यू आगरा की लायर्स कालोनी की रहने वाली शुचिता बंसल ने बताया कि उनकी शादी वर्ष 2008 में विजय अग्रवाल निवासी रंगजी हाईट्स गैलाना रोड के साथ हुई थी। कुछ महीने बाद ही अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर पति व ससुराल वालों ने उनका उत्पीड़न शुरू कर दिया। तीन दिन कमरे में बंद रखकर मारपीट की। वह तीन मार्च 2011 को पड़ोसियों की मदद से घायल हालत में थाने पहुंची।
ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया। वह घर से फरार हो गए। पुलिस ने मुकदमे में चार्जशीट लगा दी। शुचिता का आरोप है कि ससुराल वालों ने फर्जी दस्तावेजों की मदद से अदालत से स्टे ले लिया। उन्हें सूचना के अधिकार से इसकी जानकारी हुई। जिस पर उन्होंने पति व ससुराल वालों के खिलाफ अदालत के माध्यम से अक्टूबर 2019 में न्यू आगरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
शुचिता के अनुसार पुलिस ने मुकदमे में एफआर लगा दी। उच्चाधिकारियों से शिकायत करने पर उन्होंने पुन: विवेचना के आदेश किए। विवेचक ने जांच में उन्हें लायर्स कालोनी की जगह कमला नगर निवासी दिखा दोबारा एफआर लगा दी। इसी दौरान उन्हें पता चला कि पति ने तलाक दिए बिना दूसरी शादी कर ली है। पति के दो बच्चे भी हैं।उन्होंने नवंबर में पति आदि के खिलाफ अदालत में मुकदमा दर्ज कराया।
सोमवार को यूथ हास्टल संजय प्लेस में महिला शांति सेना के साथ पीड़िता शुचिता बंसल ने प्रेसवार्ता आयाेजित की। महिला शांति सेना की अध्यक्ष वत्सला प्रभाकर ने कहाकि पीड़िता को इंसाफ नहीं मिला तो वह आरोपित पति के घर व थाने पर धरना-प्रदर्शन करेंगी। पीड़िता की मदद को आगे आने वालों में शीला बहल, रीता कपूर, नम्रता मिश्रा, शुचिता की बड़ी बहन डाक्टर शालिनी व भाई अमरनाथ आदि मौजूद रहे।