Indian Navy Day: रबर बोट के बगैर कैसे हो यमुना किनारे से ताजमहल की सुरक्षा
वर्ष 2019 में रबर बोट का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया था। नदी में पानी की कमी के चलते नहीं चल पाते हैं स्टीमर। रेड जोन (स्मारक परिसर) में सीआइएसएफ) और यलो जोन (स्मारक के बाहर 500 मीटर की परिधि) में पीएसी व पुलिस सुरक्षा व्यवस्था संभालती हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल की यमुना किनारे की तरफ से सुरक्षा चाक-चौबंद नहीं है। रिवर पुलिस के सामने नदी में पानी की कमी सबसे बड़ी चुनौती है। इसके चलते नदी में पेट्रोलिंग नहीं हो पाती। स्टीमर खड़े रहते हैं और पुलिसकर्मी किनारे पर बैठे रहते हैं। रबर बोट का प्रस्ताव फाइलाें में कैद होकर रह गया है।
ताजमहल पर सुरक्षाकर्मियों का कड़ा पहरा रहता है। रेड जोन (स्मारक परिसर) में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) और यलो जोन (स्मारक के बाहर 500 मीटर की परिधि) में पीएसी व पुलिस सुरक्षा व्यवस्था संभालती हैं। यमुना किनारे पर भी सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। ताज सुरक्षा में रिवर पुलिस भी तैनात है। करीब एक दशक पूर्व यमुना किनारे से ताजमहल की सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए दो स्टीमर पेट्रोलिंग के लिए आए थे। यमुना में मानसून को छोड़कर अधिकांश समय पानी नहीं रहता, जिसके चलते स्टीमर चल ही नहीं पाते हैं और पेट्रोलिंग नहीं हो पाती है। यमुना में पानी की कमी को देखते हुए पुलिस ने रबर बोट का प्रस्ताव वर्ष 2019 में मुख्यालय को भेजा था। रबर बोट कम पानी में भी चल सकती है। लेकिन रबर बोट का प्रस्ताव आज तक फाइलाें में ही कैद है।
सीओ ताज सुरक्षा जगमोहन ने बताया कि ताज सुरक्षा समिति की पिछली बैठक में रबर बोट के प्रस्ताव को दोबारा मांगा गया था। इसे मुख्यालय को भिजवाया जा रहा है।
भारतीय नौसेना दिवस आज
भारतीय नौसेना दिवस शनिवार को है। हर वर्ष चार दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस भारतीय नौसेना की उपलब्धियों और भूमिका को पहचानने के लिए मनाया जाता है। चार दिसंबर, 1971 को भारतीय नौसेना ने पीएनएस खैबर समेत चार पाकिस्तानी जहाजों को डुबो दिया था।
नौसेना की शान हैं आगरा के युवा
आगरा के आसपास कोई समुद्र नहीं इसलिए नौसेना का सीधा तो यहां से संबंध नहीं लेकिन आगरा के कई युवा देश में नौसेना की शान बने हुए हैं। नौसैनिकों के परिवार में आज नौसेना दिवस मनाया जा रहा है। एक दूसरे को बधाई दी जा रही है। यहां से कुछ लोग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गए हुए हैं।