आंशिक बंदी में लाक हुईं होटल इंडस्ट्री की उम्मीदें

वर्ष 2020 के बाद वर्ष 2021 में भी पर्यटन के उबरने की उम्मीद बहुत कम पिछले वर्ष मार्च से बंद चल रही है इंटरनेशनल फ्लाइट और टूरिस्ट वीजा सर्विस

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 May 2021 11:59 PM (IST) Updated:Mon, 24 May 2021 11:59 PM (IST)
आंशिक बंदी में लाक हुईं होटल इंडस्ट्री की उम्मीदें
आंशिक बंदी में लाक हुईं होटल इंडस्ट्री की उम्मीदें

आगरा,जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर ने पर्यटन उद्योग की कमर तोड़ दी है। उप्र में आंशिक बंदी और देश के दूसरे राज्यों में चल रहे लाकडाउन ने होटल इंडस्ट्री की उम्मीदें लाक कर दी हैं। वर्ष 2020 के खराब बीतने के बाद वर्ष 2021 में भी इंडस्ट्री के उबरने की उम्मीद नजर नहीं आ रही।

आगरा में पर्यटन प्रमुख उद्योगों में शुमार है। कोरोना काल से पूर्व वर्ष 2019 तक प्रतिदिन यहां 20 से 25 हजार पर्यटक आते थे। पर्यटकों के चलते यहां सितारा व बजट क्लास होटलों के साथ पेइंग गेस्ट हाउस बड़ी संख्या में हैं। पिछले वर्ष कोरोना की पहली लहर में ताजमहल 17 मार्च से 20 सितंबर तक बंद रहा था। मार्च, 2020 में बंद हुईं इंटरनेशनल फ्लाइट और टूरिस्ट वीजा सर्विस अब तक बहाल नहीं हो सकी हैं। 21 सितंबर, 2020 से 15 अप्रैल, 2021 तक ताजमहल खुला जरूर, लेकिन केवल भारतीय पर्यटक ही आए। विदेशी पर्यटकों के नहीं आने की वजह से अधिकांश होटल बंद रहे। कुछ को काम जरूर मिला, लेकिन वो नाकाफी था। बहुत से होटल तो मार्च, 2020 से अब तक बंद हैं। पर्यटन उद्यमियों को वर्ष 2021 में भी इंडस्ट्री के उबरने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। वेडिग सीजन भी खाली

कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश में शादियों में व्यक्तियों की संख्या 50 निर्धारित कर दी गई थी। इसके चलते बड़ी शादियां लोगों ने स्थगित कर दीं। इससे वेडिग सीजन में भी होटल खाली ही रहे। स्मारकों पर आधारित है आगरा का पर्यटन

आगरा का पर्यटन उद्योग स्मारकों, विशेष रूप से ताजमहल पर आश्रित है। ताजमहल देखने आने वाले भारतीय और विदेशी पर्यटक ही अन्य स्मारकों का रुख करते हैं। वर्ष 2020 में ताजमहल 188 दिन बंद रहने से पर्यटन उद्योग पूरी तरह ठप रहा था। इस वर्ष भी 16 अप्रैल से ताजमहल बंद है। होटल इंडस्ट्री की स्थिति

-शहर में डेढ़ दर्जन से अधिक सितारा होटल हैं।

-450 से अधिक बजट क्लास होटल हैं।

-100 से अधिक पेइंग गेस्ट हाउस हैं। कोरोना की दूसरी लहर के असर और तीसरी लहर की आशंका के चलते इस वर्ष पर्यटन उद्योग के उबरने की बहुत कम उम्मीद है। तीसरी लहर में कोरोना से बच्चों के संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है, ऐसे में लोग सावधानी बरतते हुए घर में रुकना ही पसंद करेंगे।

-राजीव सक्सेना, उपाध्यक्ष टूरिज्म गिल्ड आफ आगरा कोरोना ने पर्यटन उद्योग की कमर तोड़कर रख दी है। इस वर्ष भी पर्यटन उद्योग के उबरने की उम्मीद न के बराबर है। इंटरनेशनल फ्लाइट और टूरिस्ट वीजा सर्विस के अभाव में विदेशी पर्यटक यहां आ नहीं सकते हैं। कोरोना से बचाव को लोग घूमने के बजाय घर में ही रुकेंगे।

-राकेश चौहान, अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन

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