तीखी धूप, हल्की ठंड से आगरा में बागवानी और फसलें हो रहीं प्रभावित

बागों में नमी नहीं होने से किन्नू नींबू के पेड़ से झड़ रहा है फल। रात और दिन के तापमान में है बड़ा अंतर। सुबह सिंचाई करने के बाद दोपहर में तेज धूप के चलते खत्‍म हो जा रही है नमी।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 02:32 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 02:32 PM (IST)
तीखी धूप, हल्की ठंड से आगरा में बागवानी और फसलें हो रहीं प्रभावित
तापमान के बीच अंतर बढ़ने से फसल प्रभावित हो रही हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। दिन में तीखी धूप और रात को होने वाली हल्की ठंड आम आदमी को प्रभावित कर रही है, तो फसलों, बागवानी के लिए भी संकट खड़ा हो गया है। सरसों की बुवाई कर चुके किसानों की फसल का अंकुरण प्रभावित हो रहा है, तो किन्नू, नींबू के पेड़ से फल अधिक तापमान के कारण गिर रहे हैं। जिले में औसत बारिश 650 एमएम होनी चाहिए, जबकि इस बार ये अभी तक 430 एमएम हुई है। वहीं अब तीखी धूप के कारण खेतों की नमी सूख रही है। बिजली आपूर्ति पर्याप्त नहीं मिलने से किसान ट्यूबेल से सिंचाई भी नहीं कर पा रहे हैं।

बिचपुरी के किसान आनंद सिंह ने बताया कि बारिश कम होने के कारण इस बार खेती प्रभावित रही है। धान की बुवाई नहीं हो सकी, जबकि तीखी धूप के कारण सरसों का अंकुरण भी प्रभावित हो चुका है। किन्नू और नींबू के पेड़ से छोटे फल तापमान के कारण स्वयं गिर रहे हैं। आंवला का उत्पादन भी प्रभावित हुआ है। खेरागढ़ के किसान राजेश ने बताया कि तीन बीघा में सरसों का उत्पादन किया था, लेकिन तीखी धूप के कारण अंकुरण प्रभावित हुआ है। नींबू के पेड़ से भी 25 फीसद फल झड़ गए हैं।

तापमान अधिक होने के कारण सरसों का अंकुरण प्रभावित हो रहा है। अधिक तापमान के कारण किन्नू, नींबू का छोटा फल पेड़ से टूट गिर रहा है। किसान खेतों में नमी बनाए रखें, जिससे उत्पादन प्रभावित नहीं होगा।

डा. आरएस चौहान, वरिष्ठ वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र

जिले में ये है रकवा

किन्नू, 800 हेक्टेयर

नींबू, 20 हेक्टेयर

आंवला, 50 हेक्टेयर

सरसों, 60 हेक्टेयर

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