Monuments Unlocked: 16 जून से खुल जाएंगे ताजमहल समेत आगरा के अन्य स्मारक, कैपिंग पर फैसला बाकी
एएसआइ ने 15 जून तक के लिए बंद कर रखे हैं ताजमहल आगरा किला समेत अन्य स्मारक। करीब दो माह से ठप पड़ा है ताजनगरी में पर्यटन कारोबार। उप्र के सभी जिलाें में अनलाक हो चुका है। पर्यटन कारोबारियों को 16 जून से स्मारक खुलने की आस लगी है।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी के पर्यटन कारोबारियों की आखिरकार आस पूरी हो गइ। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने स्मारकों को 16 जून से खाेलने के आदेश जारी कर दिये हैं। हालाकि कैपिंग पर अभी फैसला स्पष्ट नहीं हो सका है। ताजनगरी में पर्यटन कारोबार करीब दो माह से ठप है।
कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर में देश में संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर एएसआइ ने ताजमहल समेत देशभर के स्मारकों को 16 अप्रैल को बंद कर दिया था। शुरुआत में 15 दिन की बंदी को बाद में बढ़ाते हुए 15 जून तक के लिए कर दिया गया। कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने पर पर्यटन संस्थाओं द्वारा 16 जून से स्मारकों को खोले जाने की मांग की जा रही थी। एएसआइ के दिल्ली मुख्यालय ने रविवार रात तक स्मारकों को खोलने या बंद रखने पर कोई आदेश जारी नहीं किया था। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आने के बाद धीरे-धीरे सभी राज्यों में अनलाक की प्रक्रिया चल रही है। उप्र के सभी जिलाें में अनलाक हो चुका है। इस स्थिति में पर्यटन कारोबारियों को 16 जून से स्मारक खुलने की आस लगी थी। स्मारक खुलने के बाद आगरा में दो माह से पूरी तरह से ठप पर्यटन कारोबार एक बार फिर शुरू हो सकेगा।
पिछले वर्ष हुई थी सबसे लंबी बंदी
कोरोना काल में सबसे लंबी बंदी पिछले वर्ष कोरोना वायरस के संक्रमण की पहली लहर में हुई थी। तब आगरा में स्मारक 17 मार्च से बंद हुए थे और ताजमहल व आगरा किला को छोड़कर फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्माद्दौला, मेहताब बाग समेत सभी स्मारक 168 दिनों की रिकार्ड बंदी के बाद एक सितंबर को खोले गए थे। ताजमहल व आगरा किला को 188 दिनों की बंदी के बाद 21 सितंबर को खोला गया था।
सरकारी गाइडलाइन का हो पालन
कोरोना काल में रिकार्ड बंदी के बाद पिछले वर्ष जब स्मारक खुले थे तो गृह मंत्रालय व स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार स्मारकों पर केवल आनलाइन टिकट बुकिंग, थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन, शारीरिक दूरी आदि के इंतजाम किए गए थे। पर्यटन संस्थाएं गाइडलाइन के अनुसार ही स्मारकों को खोलने की मांग कर रही हैं।