अनूठी हनुमान जयंती, यहां CoronaVirus जंग के योद्धाओं को ही मान लिया संकटमोचन
गोवर्धन में अनोखे अंदाज में मनाया गया हनुमोत्सव। कोरोना से जंग लड़ने वाले अफसरों पर फूलों की बारिश।
मथुरा, जेएनएन। कोरोना के चलते मंदिरों में भक्त पूजन नहीं कर पा रहे हैं। बुधवार को हनुमान जन्मोत्सव पर आराध्य के दर्शन नहीं हुए, तो भक्तों ने कोरोना से बचाने के लिए रात- दिन दौड़ रहे अफसरों को ही हनुमान का स्वरूप मानकर उन पर पुष्प वर्षा की। श्रद्धालुओं ने जयकारे भी लगाए। कहा, भगवान हम सबको विपत्तियों से बचाते हैं, ये योद्धा भी हमें कोरोना जैसी विपत्ति से बचाने के लिए कार्य कर रहे हैं।
ईश्वर की आराधना तो सभी लोग करते हैं लेकिन ईश्वर को देखा आखिर किसने है। जो जीवन रक्षक हो, हर आपदा से बचाए भगवान वो ही तो कहलाए। कोरोना वायरस संक्रमण काल में दिन रात एक कर लोगों की सुरक्षा और सेवा में मुस्तैद रहने वाले अफसर भी तो भगवान तुल्य ही हैं। मंदिरों में रखे पत्थर इंसान की आस्था के कारणा ही तो पूजनीय हो जाते हैं। आस्था का रंग ही तो होता है जो भगवान कण कण में नजर आते हैं। बुधवार को हनुमान जन्मोत्सव की धूम रही। हनुमान के विशेष पूजन को मंदिरों में भीड़ रहती थी। लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते श्रद्धालुओं के लिए भगवान के पट बंद हैं। ऐसे में श्रद्धालु केवल घर पर ही पूजन कर पाए। गोवर्धन कस्बे में होली वाली गली में रहने वाले लोगों ने हनुमान जन्मोत्सव अलग ही अंदाज में मनाया। कोरोना से लोगों को बचाने के लिए प्रशासन और पुलिस के अफसर अपनी जान की परवाह किए बगैर रात दिन मेहनत कर रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए अपने लिए हनुमान मानकर लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत करने की योजना बनाई। दोपहर में एसडीएम राहुल यादव, सीओ गोवर्धन जितेंद्र सिंह, एसओ लोकेश भाटी पुलिस और प्रशासन के अन्य लोगों के साथ होली वाली गली से गुजरे तो लोगों ने अपने घरों के बाहर आकर उन पर पुष्प वर्षा की। हां, इस दौरान शारीरिक दूरी का भी पूरा ध्यान रखा। पुष्प वर्षा के दौरान लोग एक से डेढ़ मीटर की दूरी पर खड़े रहे। लोगों का ये प्यार देखकर अफसर भी अभिभूत हो गए। एसडीएम ने कहा कि ये लोगों का प्यार है, जो कभी भुलाया नहीं जा सकता। हम लोगों की सुरक्षा के लिए रात दिन ड्यूटी दे रहे हैं। होली वाली गली में रहने वाले विकास वर्मा, संदीप शर्मा, नितेश, केशव, संजीव शर्मा, हरिओम वर्मा, मयंक कहते हैं कि हम अपने आराध्य के आज मंदिर में जाकर दर्शन नहीं कर पाए। आराध्य हमें विपत्तियों से बचाते हैं, ये अफसर भी हमें कोरोना से बचाने के लिए रात-दिन जुटे हैं। इन पर पुष्प वर्षा कर सुखद अनुभूति हुई है।