कागजों में खुले केंद्र, किसान लौट रहे बैरंग, अनाज की बर्बादी

जिले में 42 गेहूं खरीद केंद्रों में से आधे पर लटके ताले। बारिश में भीग चुके गेहूं की गुणवत्ता बताई जा रही खराब।

By Edited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 06:00 AM (IST)
कागजों में खुले केंद्र, किसान लौट रहे बैरंग, अनाज की बर्बादी
कागजों में खुले केंद्र, किसान लौट रहे बैरंग, अनाज की बर्बादी

आगरा, जागरण संवाददाता। मौसम की मार झेल रहे किसानों को सरकारी उपेक्षा का शिकार भी होना पड़ रहा है। खरीद केंद्र कागजों में खुले 23 दिन हो चुके हैं, लेकिन कई पर अभी भी ताले लटके हैं। किसानों को बैरंग लौटना पड़ा रहा है। कहीं गुणवत्ता पर सवाल खड़ा कर उन्हें लौटाया जा रहा है। ऐसे में बारिश से भीग चुके गेहूं के दाम लेने को घूम रहे किसान परेशान हैं। सात दिन पहले देररात हुई तेज बारिश के कारण खेतों में रखे गेहूं की थ्रेसिंग रूक गई थी। सूखने के बाद तेजी से गेहूं निकल रहा है, लेकिन कई खरीद केंद्रों के बंद होने से किसानों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। जिले में एक अप्रैल से 37 केंद्र खुले थे, जिन्हें बढ़ाकर 42 कर दिया गया। इनमें आधे केंद्रों पर ताले हैं, कहीं सन्नाटा है। सैंया में तीन केंद्र खुलने थे, मगर एक भी नहीं खुला। किरावली का भी कुछ ऐसा ही हाल है। यहां दो में से एक भी केंद्र नहीं खुल सका है। खेरागढ़ के केंद्रों पर भी उदासीनता है। यहां सात केंद्र खुलने थे। कुछ खुल भी गए हैं, लेकिन खरीद नहीं हुई है। जगनेर के केंद्रों पर भी अभी तक कोई खरीद नहीं हुई है। फतेहपुर सीकरी की दूरा सहकारी समिति पर मात्र 500 कुंतल और मंडी समिति में संचालित सबसे बडे केंद्र पर अब तक महज 1570 कुंतल गेंहू ही खरीदा जा सका है। फतेहाबाद के खरीद केंद्रों पर मंगलवार को एसडीएम अरुण कुमार यादव ने निरीक्षण किया। उन्होंने आवक कम होने पर नाराजगी जताई और किसानों से संपर्क करने के निर्देश दिए। शमसाबाद में दो स्थानों पर खरीद केंद्र हैं। आरोप है कि गुणवत्ता को आधार बनाकर किसानों को बैरंग किया जा रहा है। कुर्राचित्तरपुर सहकारी समिति पर 14 किसानों ने 279 कुंतल गेहूं बिक्री किया है। जगनेर ब्लॉक में दो स्थानों पर स्थित खरीद केंद्रों पर कोई भी किसान नहीं पहुंचा है। बारिश के कारण थ्रेसिंग का काम देरी से हो रहा है। किसानों की समस्या के बारे में जब डिप्टी आरएमओ सुभाष चंद्र से मोबाइल पर संपर्क साधा गया तो उन्होंने सवालों से बचने के लिए व्यस्त होने की बात कह टाल दिया।

- इन विभागों के हैं खरीद केंद्र जिले में 42 केंद्र हैं। छह खाद एवं रसद विभाग के हैं। 30 केंद्र यूपी कॉपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड, पांच यूपीएसएस और एक एफसीआइ का है।

- 16 हजार कुंतल हुई खरीद इस बार गेहूं खरीद का लक्ष्य तीन लाख 50 हजार कुंतल रखा गया है। 22 दिन में 16 हजार कुंतल गेहूं खरीद हो चुकी है। 15 जून तक बचा हुआ लक्ष्य पूरा करना है।

- बाजार में किसान बेच रहे गेहूं गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1840 रुपये निर्धारित है। निर्धारित मानकों पर इसे खरीदा जा रहा है। इसके साथ ही किसान बाजार भी पहुंच रहे हैं।

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