Governor in Agra: कृषक उत्पादक संगठनों की प्रगति को आज जानेंगी राज्यपाल
Governor in Agra जिला प्रशासन ने चिन्हित किए हैं संगठन। चिन्हित संगठनों में अधिकतर जैविक माध्यम से फसलों का उत्पादन कर रहे हैं और मृदा एवं फसलों को रासायन से बचा रहे हैं। इसमें अछनेरा एफपीओ धान गेहूं सब्जियों का जैविक माध्यम से उत्पादन कर रहा है।
आगरा, जागरण संवाददाता। किसानों की आय को बढ़ाने और उनकी उपज को बेहतर दाम दिलाने के लिए सरकार प्रयास कर रही हैं, तो कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) बना किसान भी सफलता की नई ऊंचाईयां छू रहे हैं। ऐसे ही संगठन कैसे कार्य करते हैं, क्या कार्य कर रहे हैं इस सबकी जानकारी शुक्रवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगी और उनका उत्साह वर्धन करेंगी। सर्किट हाउस में उनकी एफपीओ प्रमुखों से वार्ता प्रस्तावित है।
जिले में दर्जनों एफपीओ कार्य कर रहे हैं। कुछ ने कार्य बंद कर दिया तो कुछ नए भी जुड़े हैं। इसमें से ऐसे संगठन जो लंबे समय से निरंतर कार्य कर रहे हैं। साथ जुड़े कृषकों की संख्या 100 और 200 का आंकड़ा पार कर गई है, उनमें से कुछ को जिला प्रशासन ने चिन्हित किया है। चिन्हित संगठनों में अधिकतर जैविक माध्यम से फसलों का उत्पादन कर रहे हैं और मृदा एवं फसलों को रासायन से बचा रहे हैं। इसमें अछनेरा एफपीओ धान, गेहूं, सब्जियों का जैविक माध्यम से उत्पादन कर रहा है और किसानों को उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य भी दिला रहा है। दिव्य भूमि कृषक संगठन में ताे जुड़े किसानों की संख्या 400 का आंकड़ा पार कर गई है। किसानों को सुविधा प्रदान करने के लिए संगठन ने वेटर लाइफ फार्मिंग सेंटर 15 स्थानों पर खोले हैं। किसान योजनाओं से लेकर दूसरे कार्यो में आने वाली मुश्किलों के लिए इनसे सहयोग ले सकते हैं। फतेहाबाद कृषक उत्पादक संगठन के सदस्य जैविक खेती, मत्स्य पालन और दूसरे कार्य कर रहे हैं। अमृतांजलि कृषक उत्पादक संगठन, दूध के उत्पाद, जैविक खेती के माध्यम से बेहतर कार्य कर रहा है। नई किरन कृषक उत्पादक संगठन अचार, जैविक खेती कर कृषकों की दशा बदलने में जुटा है।