Agra Smart City: सरकार! पहले खुद होइए अपडेट, फिर शहर को करिए स्मार्ट

स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर आधा दर्जन से अधिक पुराने अफसरों के नाम हैं अंकित। हर माह होती हैं तीन से चार बैठकें नहीं दिया जा रहा है ध्यान। ताजगंज सहित शहर के नौ वार्डों को एक हजार करोड़ रुपये से स्मार्ट तरीके से विकसित किया जा रहा है।

By Nirlosh KumarEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 05:02 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 05:02 PM (IST)
Agra Smart City: सरकार! पहले खुद होइए अपडेट, फिर शहर को करिए स्मार्ट
आगरा स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर आधा दर्जन से अधिक अफसरों के नाम गलत हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता।

-तीन साल पूर्व सीडीओ आगरा रविंद्र कुमार को नगरायुक्त मथुरा बनाया गया। दो साल तक नगरायुक्त मथुरा रखने के बाद डीएम बनाए गए लेकिन आगरा स्मार्ट सिटी की वेबसाइट में आज भी उनका नाम अंकित है।

- तीन साल पूर्व उपनिदेशक पर्यटन दिनेश कुमार का तबादला हो गया था। दिनेश कुमार भले ही गैर-जनपद में चले गए हों लेकिन आगरा स्मार्ट सिटी की वेबसाइट में उन्हें ही उपनिदेशक पर्यटन ही दर्शाया जा रहा है।

- लोक निर्माण विभाग आगरा परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता एकेएस राठौर का तबादला ढाई साल पूर्व हो गया था। राठौर के बाद सत्य प्रकाश मुख्य अभियंता रहे। वर्तमान में संजीव भारद्वाज मुख्य अभियंता हैं लेकिन स्मार्ट सिटी की वेबसाइट में एकेएस राठौर का नाम अंकित है।

चौंकिए नहीं जनाब, यह तो तीन ही विभागों में तैनात रहे अफसरों के उदाहरण हैं। नगर निगम हो या फिर पुलिस, परिवहन, उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, एएसआइ सहित अन्य विभाग। इन विभागों के आधा दर्जन से अधिक अफसरों का तबादला हुए दो से तीन साल हो चुके हैं लेकिन आगरा स्मार्ट सिटी की वेबसाइट में आज भी पुराने अफसरों का नाम चल रहा है। इसकी शिकायत आगरा स्मार्ट सिटी प्रा. लि. के अफसरों से की गई है क्योंकि ताजगंज सहित शहर के नौ वार्डों को एक हजार करोड़ रुपये से स्मार्ट तरीके से विकसित किया जा रहा है। ऐसे में वेबसाइट को अपडेट रखना भी जरूरी है। आगरा स्मार्ट सिटी प्रशासन की हर माह तीन से चार बैठकें होती हैं।

अपडेट की जाएगी वेबसाइट

आगरा स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निखिल टीकाराम ने बताया कि स्मार्ट सिटी की वेबसाइट को अपडेट करने के आदेश दिए गए हैं। यह कार्य जल्द पूरा हो जाएगा।

वेबसाइट पर गलत हैं नाम

सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने बताया कि आगरा के आधा दर्जन से अधिक अफसरों के नाम वेबसाइट पर गलत अंकित हैं। ऐसे अफसरों की सूची मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भेजी गई है।

chat bot
आपका साथी