आगरा की वेडिंग और इवेंट इंडस्ट्री को भी है पाबंदियों से मुक्‍त होने की दरकार, उठ रही मांग

शादी समारोह में केवल 25 लोगों की है अनुमति। कोरोना काल में बुरी तरह प्रभावित हुआ है काम। वेडिंग और इवेंट इंडस्ट्री भी कोरोना काल में बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। दोनों से जुड़े कारोबारी अब सरकार से उन पर लगी पाबंदियां भी हटाने की मांग कर रहे हैं।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 12:50 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 12:50 PM (IST)
आगरा की वेडिंग और इवेंट इंडस्ट्री को भी है पाबंदियों से मुक्‍त होने की दरकार, उठ रही मांग
शादी और इवेंट पर लगे प्रतिबंध भी कम करने की सरकार से गुजारिश की गई है।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में ताजमहल समेत सभी स्मारक खुल चुके हैं। 21 जून से रेस्टोरेंट 50 फीसद क्षमता के साथ खुल जाएंगे। सरकार धीरे-धीरे पाबंदियां हटा रही है। वेडिंग और इवेंट इंडस्ट्री भी कोरोना काल में बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। दोनों से जुड़े कारोबारी अब सरकार से उन पर लगी पाबंदियां भी हटाने की मांग कर रहे हैं, जिससे इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को रोजगार मिल सके।

आगरा डेस्टिनेशन वेडिंग का हब है। यहां दूरदराज से डेस्टिनेशन वेडिंग के इच्छुक लोग शादी करने आते हैं। पिछले वर्ष मार्च से जून तक लाक और उसके बाद पाबंदियों के चलते वेडिंग और इवेंट इंडस्ट्री प्रभावित हुई थी। दिसंबर, 2020 से जनवरी, 2021 तक काम मिला। अप्रैल में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने पर उप्र में आंशिक बंदी लागू करने के साथ शादियों में मेहमानों की संख्या पर पाबंदी लगा दी गई। इससे बड़ी शादियां स्थगित किए जाने से वेडिंग और इवेंट इंडस्ट्री को काफी नुकसान झेलना पड़ा था। वर्तमान में 25 लोगों की ही शादी-समारोह में अनुमति है। प्रदेश अनलाक की ओर बढ़ रहा है, लेकिन अभी वेडिंग और इवेंट इंडस्ट्री को कोई राहत नहीं मिल सकी है।

वेडिंग व इवेंट इंडस्ट्री: एक नजर

-वेडिंग व इवेंट इंडस्ट्री से करीब 10 हजार व्यापारी और दो लाख लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से आश्रित हैं।

-शहर में छोटे-बड़े करीब 300 बैंक्वेट हाल हैं।

-बड़े होटलों में भी शादी व पार्टी के लिए बुकिंग की जाती हैं।

-वेडिंग इंडस्ट्री को कोरोना काल में अप्रैल से जून तक करीब 300 से 400 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है।

पूरा बाजार शादियों पर टिका है। शादियां होने पर सभी को काम मिलता है। सरकार को शादी-समारोहों में मेहमानों की संख्या कम से कम 300 करनी चाहिए। कोरोना गाइडलाइन व प्रोटोकाल का हम पहले से पालन कर रहे हैं।

-मनीष अग्रवाल, समन्वयक यूपी वेडिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन

कोरोना काल में वेडिंग इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुई है। बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। कैटरिंग का सारा काम होटलों में शिफ्ट हो चुका है। सरकार को अब शादियों व समारोहों में लागू 25 लाेगों की लिमिट बढ़ाने पर विचार करना चाहिए

-संजय अग्रवाल, अध्यक्ष आगरा कैटरर्स एसोसिएशन

ताजमहल और अन्य स्मारक खुल चुके हैं। अब सरकार को बैंक्वेट हाल में कम से कम 100 लोगों की पार्टी की अनुमति देनी चाहिए। हाेटल इंडस्ट्री को करों में राहत और बिजली बिल में फिक्स्ड चार्ज से छूट दी जाए।

-रोहित वाधवा, निदेशक हाेटल क्रिमसन पैलेस

chat bot
आपका साथी