खड़िया गांव में बुखार से एक वर्षीय बच्ची की मौत

आगरा के निजी चिकित्सक के यहां चल रहा था इलाज खंदौली में 16 सितंबर को हो चुकी है बची की मौत

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 06:05 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 06:05 AM (IST)
खड़िया गांव में बुखार से एक वर्षीय बच्ची की मौत
खड़िया गांव में बुखार से एक वर्षीय बच्ची की मौत

जागरण टीम, आगरा। खंदौली के खड़िया गांव में रविवार रात बुखार से एक वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। इससे पूर्व 16 सितंबर को भी बुखार से सात वर्षीय बच्ची की मौत हो चुकी है। खंदौली के गांव खड़िया निवासी बृजेश कुशवाह की एक वर्षीय बेटी जिव्या को दो दिन से बुखार था। उसका इलाज आगरा के निजी चिकित्सक के यहां चल रहा था। पिता के मुताबिक रविवार देररात जिव्या की तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। बृजेश टेंपो चालक हें। बड़ी बेटी तीन वर्षीय योजना है। गांव में बुखार से यह दूसरी मौत है। 16 सितंबर को विजेंद्र कुशवाह की सात वर्षीय बेटी मोहिनी की भी बुखार से मौत हो चुकी है। कम दिखने पर बेटी को अस्पताल ले दौड़े स्वजन

जागरण टीम, आगरा। छोटे भाई की मौत के बाद बहन की तबीयत भी बिगड़ गई। स्वजन ने उसे एसएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया है। स्वजन का कहना है कि बेटी ने कम दिखाई देने की शिकायत की है। चिकित्सकों के परीक्षण के बाद ही असलियत पता चलेगी।

बरहन के सराय जयराम निवासी धर्मवीर मजदूर हैं। उन्होंने बताया कि 14 सितंबर को उनके 12 वर्षीय बेटे दीपक की बुखार के चलते मौत हो गई थी। इसके बाद 14 वर्षीय बेटी शिवानी उर्फ प्रिया और नौ वर्षीय प्राची को भी बुखार आ गया। भाई के चले जाने के बाद रो-रोकर बेटियों का बुरा हाल हो गया। धर्मवीर के मुताबिक सोमवार दोपहर शिवानी की हालत बिगड़ गई। उसने कम दिखाई देने की बात कही। इसी बीच ग्रामीणों का हाल जानने पहुंचे ब्लाक प्रमुख ने स्वास्थ्य टीम को अवगत कराया। इसके बाद स्वजन शिवानी को लेकर एसएन मेडिकल कालेज चले गए। उधर, शिवानी की मां फूलमाला को भी तेज बुखार है। पुरा गुमान सिंह में 30 से अधिक बीमार

जागरण टीम, आगरा। जैतपुर ब्लाक के पुरा गुमान सिह गांव में बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। यहां 30 से अधिक लोग बुखार की चपेट में हैं। गांव के महाराज सिंह, अतिराज, महावीर, राजेंद्र कुमार, मुकेश, हरगोविंद, मयंक, राजू आदि का कहना है कि तीन-चार दिन से तेज बुखार आ रहा है। दवा लेने पर तबीयत सही हो जाती है। दवा का असर खत्म होने पर फिर से बुखार आ जाता है। इससे ग्रामीण डरे हुए हैं। 16 सितंबर को इसी गांव के मोहन सिंह के पांच वर्षीय बेटी विवेक उर्फ कालू की बुखार से मौत हो चुकी है। उसका इलाज फीरोजाबाद के अस्पताल में चल रहा था। वहीं तीन दिन पूर्व इसी गांव की 16 वर्षीय किशोरी नेकसी में डेंगू के लक्षण मिले थे। उसका एसएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में इलाज चल रहा है। ग्रामीणों ने एंटीलार्वा के छिड़काव और फागिंग कराने की मांग की है।

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