Plasma Donation: दैनिक जागरण के पत्रकार ने निभाया अपना सामाजिक सरोकार, गौरव ने प्‍लाज्‍मा देकर दो लोगों का बचाया जीवन

दैनिक जागरण आगरा के पत्रकार गौरव कुसुम भारद्वाज ने अपना प्‍लाज्‍मा देकर आगरा के एक व बरेली के एक व्‍यक्ति की प्राण रक्षा की। जबकि उनका तीन साल का मासूूूम बेटा था घर में बीमार। पिछले एक साल से घर में किसी न किसी स्‍वजन को हो रही थी परेशानी।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 12:30 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 08:30 AM (IST)
Plasma Donation: दैनिक जागरण के पत्रकार ने निभाया अपना सामाजिक सरोकार, गौरव ने प्‍लाज्‍मा देकर दो लोगों का बचाया जीवन
प्‍लाज्‍मा दान करते आगरा दैनिक जागरण के पत्रकार गौरव भारद्वाज।

आगरा, जागरण संवाददाता। ये दौर वो है, जब आप वाट्सएप या फेसबुक खोलें तो किसी के प्राण रक्षार्थ प्‍लाज्‍मा मांगते मैसेजों की भरमार है। प्‍लाज्‍मा दान की गुहार करने वाले हजारों मैसेज हैं और इस भीड़ के बीच दानदाता इक्‍का-दुक्‍का ही नजर आ रहे हैं। किसी के जीवन बचाने की याचना करते नजर आ रहे इन मैसेजों के आगे तमाम बेबस और लाचार भी हैं, जो चाहकर भी कर मदद नहीं कर पा रहे क्‍योंकि या तो वे कोरोना वायरस संक्रमित नहीं हुए या फिर उनका ब्‍लड ग्रुप मैच नहीं किया। बहुत से ऐसे भी हैं, जो चुप्‍पी साधे बैठे हैं। ये सोचकर कि हम तो दुरुस्‍त हो गए, अब दूसरों को प्‍लाज्‍मा दान देकर अपना जीवन दुबारा से खतरे में क्‍यों डालें? या फिर एक सोच ये भी है अगर अपने ही परिवार में किसी को जरूरत पड़ गई तो उसके लिए कहां से लेकर आएंगे, ये सोचकर प्‍लाज्‍मा दान करने से कतरा रहे हैं।

कोरोना वायरस संक्रमण काल में टूटती सांसों की डोर के बीच भी दिमाग में विचारों की जो उथल पुथल चल रही है, उस सब को छोड़कर दैनिक जागरण आगरा के पत्रकार गौरव कुसुम भारद्वाज ने अपने सामाजिक सरोकारों का निर्वहन करते हुए एक मिसाल पेश की है। बीते एक माह से गौरव के परिवार में कोई न कोई बीमार हो रहा है। पिछले साल जब कोरोना वायरस की पहली लहर आई थी, तब भी गौरव संक्रमित हुए थे। इस साल लहर आई तो पहले मां, फिर पत्‍नी और इसके बाद खुद गौरव को दुबारा संक्रमण की शिकायत हुई। चौतरफा कोरोना के हमले को झेलने के बाद भी गौरव का जज्‍बा कायम रहा। संक्रमित होते हुए भी दूसरों के लिए ऑक्‍सीजन सिलिंडर का बंदोबस्‍त कराने मेंं जुटेे रहे। खुद स्‍वस्‍थ हुए तो तीन साल के मासूम बेटे को बुखार ने जकड़ लिया। बुखार के साथ अन्‍य परेशानियां भी शुरू हुईं। उसका इलाज करा ही रहे थे कि वाट्सएप ग्रुप पर प्‍लाज्‍मा की आवश्‍यकता जताते हुए एक मैसेज आया। उसे पढ़कर आधी रात बेटे को मां स्‍वामी प्‍यारी के हवाले छोड़कर खुद ब्‍लड बैंक पहुंच गए, प्‍लाज्‍मा दान करने।

किया स्वैच्छिक प्लाज्मा दान

दैनिक जागरण आगरा के पत्रकार गौरव भारद्वाज ने कोरोना संक्रमित दो लोगों के लिए प्लाज्मा दान किया है। एक यूनिट प्लाज्मा मैनपुरी तो दूसरा प्लाज्मा बरेली के कोरोना संक्रमित के काम आया है। 11 मई को आगरा के एक हास्पीटल में भर्ती कोरोना संक्रमित को ए पाजिटिव प्लाज्मा की जरूरत थी। यस वी कैन संस्था की संस्थापक प्रीति फौजदार ने रात नौ बजे वाट्स एप ग्रुप पर मदद के पोस्ट किया। गौरव ने बताया कि उनका ब्लड ग्रुप ए पाजिटिव है, ऐसे में उन्होंने प्रीति फौजदार को फोन किया। उन्होंने प्रीति को बताया कि पिछले दिनों उन्हें कोविड जैसे लक्षण थे, लेकिन टेस्ट नहीं कराया था। ऐसे में अगर किसी की जान बच सकती है तो वो मदद कर सकते हैं। इसके बाद गौरव अपने दोस्त प्रशांत शर्मा के साथ लोकहितम ब्लड बैंक पहुंचे। वहां पर एंटीबाडी टेस्ट कराया। टेस्ट में एंटीबाडी मिली इस पर रात को ही उन्होंने अनजान मरीज के लिए दो यूनिट प्लाज्मा डोनेट किया। एक यूनिट प्लाज्मा मरीज के तीमारदार ले गए, जबकि एक यूनिट प्लाज्मा ब्लड बैंक में रिजर्व हो गया।

बरेली से लेने आए प्लाज्मा

गौरव ने बताया कि उनके प्लाज्मा देने के अगले दिन कोरोना मरीजों क मदद करने वाली आगरा निवासी कविता चाहर ने ग्रुप में पोस्ट किया कि उनके मिलने वालों को बरेली में प्लाज्मा चाहिए। ऐसे में प्रीति फौजदार ने उन्हें एक यूनिट प्लाज्मा रिजर्व होने की बात बताई। ब्लड बैंक से बात कर बरेली के गंगाशील हास्पीटल में भर्ती 62 साल के मरीज प्रभात यादव के स्वजनों को प्लाज्मा उपलब्ध होने की बात कही। कंफर्म होने पर मरीज के तीमारदार बरेली से प्लाज्मा लेने आ गए। लोकहितम ब्लड बैंक से प्लाज्मा लेकर वो बरेली लौट गए।

नहीं पता था किसे दे रहे हैँ प्लाज्मा

गौरव ने बताया कि वो किसके लिए प्लाज्मा दे रहे हैं, उन्हें पता भी नहीं था। मगर, उनके प्लाज्मा देने से किसी की जान बच सकती है, इस विचार के साथ वो प्लाज्मा दान करने गए थे। उनके घर वालों को भी नहीं पता था कि आधी रात को वो प्लाज्मा देने गए हैं। 

chat bot
आपका साथी