E Commerce कंपनी बनाकर क्रेडिट कार्ड धारकों से धोखाधड़ी करने वाले गैंग का STF ने किया भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

एसटीएफ नोएडा यूनिट और खेरागढ़ पुलिस ने फरीदाबाद से गिरफ्तार किए आरोपित। बड़ी मात्रा में ग्राहकों का डाटा 6.59 लाख रुपये और लग्जरी गाड़ियां बरामद। खेरागढ़ थाने में इसी तरह का एक मुकदमा दर्ज था। इन्हें गिरफ्तार कर पुलिस टीम आगरा लाई है।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 01:01 PM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 01:01 PM (IST)
E Commerce कंपनी बनाकर क्रेडिट कार्ड धारकों से धोखाधड़ी करने वाले गैंग का STF ने किया भंडाफोड़, चार गिरफ्तार
एसटीएफ नोएडा और आगरा पुलिस ने इन चार शातिरों को पकड़ा है।

आगरा, जागरण संवाददाता। एनसीआर से ठगी का बड़ा गिरोह संचालित हो रहा था। यह गैंग विभिन्न बैंकों से ग्राहकों के क्रेडिट कार्ड का डाटा प्राप्त कर लेता था। इसके बाद उन्हें काल करके जाल में फंसाकर ओटीपी पूछ लेता था। फर्जी ई कामर्स कंपनी बनाकर अब तक लोगों से एक करोड़ से अधिक की ठगी कर चुके गैंग के सरगना समेत चार को फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से छह हजार ग्राहकों का डाटा, 6.59 लाख रुपये और लग्जरी गाड़ियों समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। खेरागढ़ थाने में इसी तरह का एक मुकदमा दर्ज था। इन्हें गिरफ्तार कर पुलिस टीम आगरा लाई है।

एसबीआइ कार्डस एंड पेमेंट लिमिटेड के अधिकारियों ने पिछले दिनों एडीजी एसटीएफ से शिकायत की थी। खेरागढ़ क्षेत्र में इसी तरह क्रेडिट कार्ड धारक से ठगी की गई थी। इस संबंध में खेरागढ़ थाने में धोखाधड़ी और आइटी एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ था। खेरागढ़ पुलिस और एसटीएफ नोएडा यूनिट मामले की जांच कर रही थी। मंगवार को एसटीएफ को इस गैंग के फरीदाबाद सूर्य नगर में होने की जानकारी मिली। एसटीएफ टीम ने खेरागढ़ पुलिस के साथ सूर्य नगर में दबिश दी। यहां से सरगना सौरभ भारद्वाज समेत चार को गिरफ्तार कर लिया। आस मोहम्मद उर्फ आशु ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह वर्ष 2012 में दिल्ली में आ गया था। वर्ष 2012 से 2014 तक उसने एक सैलून में काम किया। इसके बाद ओखला दिल्ली में एक काल सेंटर में काम किया। यहां सौरभ भारद्वाज और मोनिका भारद्वाज भी काम करते थे। वहीं काम करने वाले अजीत पाल से सौरभ आैैर आस मोहम्मद ने विभिन्न बैंकाें के क्रेडिक कार्ड धारकों का डाटा लेकर काल करके फर्जी तरीके से रुपये निकालने का काम सीखा। वर्ष 2017 से सौरभ भारद्वाज और आशु ने अपना अलग काम शुरू कर दिया। ई कामर्स की मर्चेंडाइज साइट बनाकर दोनों ने प्रताप एंटरप्राइजेज नाम से एक कंपनी बना ली। सौरभ भारद्वाज क्रेडिक कार्ड धारकों मोनिका भारद्वाज से डाटा लेता था। मोनिका को वह इसके बदले 35 रुपये प्रति ग्राहक के डाटा के हिसाब से देता था। क्रेडिक कार्ड धारकों पर काल करके वे फर्जी तरीके से ओटीपी और गुप्त पिन लेते थे। इसके बाद प्रताप एंटरप्राइजेज नाम से बनाई गई फर्जी साइट पर शापिंग के नाम पर खाते से रकम पार करके इसके खाते में ट्रांसफर कर देते थे। इसके तत्काल बाद खाते से रकम निकाल लेते थे। आशु ने अपने पड़ोसी लखन गुप्ता और शिवम को भी जोड़ लिया था। ये दोनों काल करते थे। सौरभ ने इंडिया शापी लाइट और शिव एंटरप्राइजेज नाम से दो ई कामर्स साइट और बनाईं। तीनों साइटों का नाम लेकर ये शातिर लोगों को काल करते थे। उनके क्रेडिक कार्ड की डिटेल लेकर ठगी करते थे। एसटीएफ के मुताबिक अब तक ये शातिर एक करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं। सौरभ ने ठगी की रकम से सूर्य नगर में 40 लाख रुपये कीमत का मकान खरीद लिया था। शिवम गुप्ता आस मोहम्मद से डाटा लेकर लोगों को काल कर ठगी करता था। गिरफ्तार सभी आरोपितों को खेरागढ़ थाने में दर्ज मुकदमे में दाखिल किया गया है। अभी पुलिस गैंग के बारे में और जानकारी कर रही है।

मोनिका पर सात हजार ग्राहकों का डाटा

शातिरों काे डाटा उपलब्ध कराने वाली काल सेंटर कर्मचारी मोनिका डाटा बेचती थी। सौरभ भारद्वाज ने पुलिस को बताया है कि उसके पास करीब सात हजार क्रेडिट कार्ड धारकों का डाटा है। इसको बेचने के लिए वह कई लोगों से संपर्क कर रही है।

ये हुए गिरफ्तार

फरीदाबाद के सेक्टर 91 में सूर्य नगर फेस-1 निवासी सौरभ भारद्वाज। यह मूल रूप से बिहार के भागलपुर का रहने वाला है। फरीदाबाद की ग्रीन फील्ड कालाेनी निवासी आस मोहम्मद उर्फ आशु। यह मूल रूप से संगम विहार नई दिल्ली का रहने वाला है। संगम विहार नई दिल्ली निवासी लखन गुप्ता और शिवम गुप्ता।

ये हुई बरामदगी

एक लैपटाप, 14 मोबाइल, लिखित डेटा वाली डायरी, एक स्कार्पियो गाड़ी, एक होंडा सिटी कार, 6.59 लाख रुपये, 61 पेज, जिन पर कई बैंकों के छह हजार क्रेडिट कार्ड कस्टमर का डेटा लिखा है।

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