नालों की टैपिग के नाम पर खेल, हर दिन पहुंचता है यमुना में कूड़ा
मस्ता की बगीची और भैंरो बाजार नाला हैं शामिल शिकायतों के बाद भी नहीं दिया जा रहा ध्यानदोनों नालों से हर दिन नदी में गिरता है 40 लाख लीटर गंदा पानी
आगरा,जागरण संवाददाता। मस्ता की बगीची और भैंरो बाजार नाला टैप हो जाएंगे तो हर दिन नालों से पहुंचने वाले कूड़े पर रोक लग जाएगी। 40 लाख लीटर गंदा पानी सीधे नदी में नहीं जाएगा लेकिन जल निगम, यमुना एक्शन प्लान की टीम ने नालों की टैपिग में भी खेल किया। नालों की क्षमता के अनुरूप टैपिग नहीं की गई और आए दिन नाले ओवरफ्लो हो जाते हैं। इसके चलते कई टन कूड़ा यमुना नदी में गिरता रहता है। टैपिग के नाम पर हुए खेल की कई शिकायतें की गईं लेकिन आजतक जांच नहीं हुई है। नदी के किनारे जमा हो गईं कूड़े की कई परत :
यमुना नदी के किनारे कूड़े की कई परत जमा हो गई है। यह पर्यावरण के नजरिए से उचित नहीं है। नाले में गिरता है सीवर :
दोनों नालों में सीवर लाइन को भी कनेक्ट कर दिया गया है। हजारों लीटर सीवेज नालों में गिरता है। - नालों की टैपिग के नाम पर खेल किया गया है। हर दिन नाले ओवर फ्लो होते हैं और पूरा कूड़ा यमुना नदी में पहुंचता रहता है।
धर्मवीर सिंह, पार्षद - यमुना नदी किनारे जगह-जगह कूड़े की परत जमा हो गई है। सोचने की बात है कि आखिर यह कूड़ा कहां से नदी में पहुंचा है। जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
भारत भूषण, जीवनी मंडी रोड - कागजों में नाले अच्छी तरीके से टैप हो गए हैं लेकिन हकीकत इसके विपरीत है। हर दिन कूड़ा यमुना नदी में गिरता है।
सुधीर गोयल, बेलनगंज
- टैपिग के नाम पर खेल करने वाले जल निगम के अफसरों पर कार्रवाई होनी चाहिए। सभी नालों की अच्छी तरीके से जांच होनी चाहिए।
राम प्रकाश बघेल, बल्केश्वर रोड