आगरा में दोस्त ही निकला दगाबाज, ATM कार्ड की डिटेल हासिल कर खाते से निकाले दो लाख

सदर के सेवला क्षेत्र निवासी युवक के खाते से निकले थे दो लाख रुपये। लाकडाउन में नहीं चल सका था पता बैंक जाने पर पता चली रकम निकालने की बात। साइबर सेल ने की पूरी पड़ताल। दोस्‍त की करतूत सामने आने के बाद भी कर दिया माफ।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 11:25 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 11:25 AM (IST)
आगरा में दोस्त ही निकला दगाबाज, ATM कार्ड की डिटेल हासिल कर खाते से निकाले दो लाख
आगरा में दोस्‍त से धोखाधड़ी कर पार लिए खाते से दो लाख रुपये।

आगरा, जागरण संवाददाता। सदर के सेवला निवासी युवक का दोस्त ही दगाबाज निकला था। उसने साथी के एटीएम कार्ड की डिटेल हासिल करके उसके खाते से दो लाख रुपये निकाल लिए। लाकडाउन के चलते युवक बैंक नहीं जा सका। मोबाइल पर मैसेज नहीं अने पर उसे रकम निकालने का पता नहीं चला। दो महीने पहले बैंक पासबुक अपडेट कराने गया तो खाते में कुछ हजार रुपये का बैलेंस देखकर होश उड़ गए। साइबर सेल में शिकायत की। उसने छानबीन की तो पता चला कि युवक का दोस्त ने ही ये करतूत की है। इसके बाद दोस्त ने वह रकम युवक के खाते में जमा कराई।

मामला सेवला क्षेत्र निवासी रविकांत का है। एक कंपनी में एक्जीक्यूटिव रविकांत दो महीने पहले बैंक अपनी पासबुक में एंट्री कराने गए थे। एंट्री के बाद जब पासबुक हाथ में आई तो उसमें बैलेंस देख वह परेशान हो गए। उनके खाते में कुछ हजार रुपये ही बचे थे। जबकि रकम दो लाख से ज्यादा होनी चाहिए थी। रविकांत ने एसएसपी से शिकायत की। उन्होंने रेंज साइबर थाने को जांच सौंपी। साइबर सेल ने जांच शुरू की तो पता चला कि विभिन्न ई-वालेट से रकम आनलाइन ट्रांसफर की गई थी। इसके अलावा 45 हजार रुपये यूपीआइ से सीधे ट्रांसफर किए गए थे।

साइबर सेल ने जिन ई-वालेट और खाते में रकम ट्रांसफर की थी। उसकी डिटेल निकाली तो रविकांत के दोस्त के निकले। साइबर थाने ने रविकांत के दोस्त को बुलाकर पूछताछ की। उसने बताया कि रविकांत का मोबाइल और एटीएम कार्ड वह अक्सर ले लेता था। उसे पता चला कि दोस्त के खाते में रकम है। उसके एटीएम की डिटेल कापी कर ली। इसके बाद लाकडाउन के दौरान रकम आनलाइन ट्रांसफर करता रहा। वह रविकांत के मोबाइल पर आने वाले मैसेज को डिलीट कर देता था। इसलिए मामला पकड़ में नहीं आया। दगाबाज दोस्त ने मुकदमे के डर से सारी रकम तीन दिन पहले रविकांत के खाते में दोबारा जमा करा दी।

धोखेबाज दोस्त को फिर भी कर दिया माफ

रविकांत ने धोखेबाज दोस्त को माफ कर दिया। साइबर रेंज थाने से उसके खिलाफ किसी कार्रवाई करने से मना कर दिया। रविकांत का कहना था कि उसकी रकम मिल गई है। इसलिए वह दोस्त के खिलाफ कोई कार्रवाई करना नहीं चाहता। 

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