Ambedkar University Agra: विवि परीक्षा में कहीं सीसीटीवी बंद मिले तो कहीं नहीं आ रहा था नेटवर्क

Ambedkar University Agra सचल दलों और नियंत्रण कक्ष ने कई परीक्षा केंद्रों पर पकड़ी गड़बड़ियां। मंगलवार को 62397 छात्रों ने दी परीक्षा कुलपति ने दिए कार्रवाई के निर्देश।आइईटी के शिक्षक डा. आलोक कुमार के नेतृत्व में शिवशक्ति डिग्री कालेज अतरौली अलीगढ़ में गए सचल दल को सीसीटीव कैमरे बंद मिले।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 05:53 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 05:53 PM (IST)
Ambedkar University Agra: विवि परीक्षा में कहीं सीसीटीवी बंद मिले तो कहीं नहीं आ रहा था नेटवर्क
मंगलवार को 62397 छात्रों ने परीक्षा दी। 12 सचल दल सक्रिय रहे।

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं में मंगलवार को कई परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरों को लेकर गड़बड़ियां सामने आईं। कई परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे आफलाइन रहे तो कईयों ने नेटवर्क की समस्या बता कैमरे बंद कर दिए। नियंत्रण कक्ष से लेकर सचल दलों तक ने परीक्षा केंद्रों को चेतावनी देते हुए कार्यवाही की संस्तुति की। मंगलवार को 62397 छात्रों ने परीक्षा दी। 12 सचल दल सक्रिय रहे।

पहली पाली में 358 सेंटर, दूसरी पाली में 333 सेंटर और तीसरी पाली में 342 केंद्रों पर कुल 62,397 छात्र परीक्षा दी। पहली पारी में बीए तृतीय वर्ष की अंग्रेजी साहित्य और तीसरी पाली में बीए द्वितीय वर्ष की अंग्रेजी साहित्य की परीक्षा थी। विश्वविद्यालय द्वारा 12 सचल दल सक्रिय रहे थे।आगरा में दो महिला सचल दल, हाथरस में एक सचल दल, अलीगढ़ में दो सचल दल, एटा कासगंज में दो सचल दल, मैनपुरी में दो सचल दल, फिरोजाबाद में एक सचल दल, मथुरा में दो सचल दल भेजे गए थे। प्रथम पाली में परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव, उड़न दस्ते के प्रभारी प्रो. मनोज श्रीवास्तव , सहायक कुलसचिव अजय कुमार गौतम , अनूप कुमार और कैलाश बिंद द्वारा श्री लाल सिंह महाविद्यालय, आबिदगढ़, अमित मेमोरियल महाविद्यालय, जलेसर रोड और बौहरे पातीराम महाविद्यालय, गढ़ी सहेजा, आंवलखेड़ा का औचक निरीक्षण किया। परीक्षाएं व्यवस्थित रूप से चलती हुई मिलीं। कुछ परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी की रिकार्डिंग ठीक ढंग से नहीं हो रही थी, जिसे ठीक कराने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा नियंत्रक द्वारा पिछली परीक्षा की रिकार्डिंग को भी निकलवा कर देखा गया। जिन परीक्षा केंद्रों पर रिकार्डिंग नहीं मिली, उन्हें चेतावनी दी गई। ऐसे महाविद्यालयों का परीक्षण करने के बाद उन पर निर्णय लिया जाएगा।

इन परीक्षा केंद्रों में मिली गड़बड़ियां

आइईटी के शिक्षक डा. आलोक कुमार के नेतृत्व में शिवशक्ति डिग्री कालेज, अतरौली, अलीगढ़ में गए सचल दल को सीसीटीव कैमरे बंद मिले। परिसर में बाहरी तत्व भी मिले।सचल दल के पहुंचने के बाद सीसीटीवी कैमरे चालू कराए गए।यहां सामूहिक नकल के प्रयास किए गए थे, जिन्हें सचल दल ने विफल कर दिया।प्राचार्य ने गलती को लिखित रूप में स्वीकार किया।विश्वविद्यालय द्वारा सचल दल से रिपोर्ट लेकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।कोड 477 श्रीमती महादेवी पीजी कालेज, मैनपुरी में 42 छात्र परीक्षा दे रहे थे। यहां सीसीटीवी वाले कक्ष पर ताला लगा हुआ था।सचल दल द्वारा कमरा खोलने के लिए कहने पर उपस्थित अधीक्षक द्वारा मना कर दिया गया कि इसकी चाबी हमारे पास नहीं है। सचल दल द्वारा पूरी परीक्षा अपने सामने संपन्न कराई गई और ओएमआर उत्तर पुस्तिकाएं भी अपने सामने सील कराई गईं।

नियंत्रण कक्ष से पहुंच रहे फोन

खंदारी परिसर के आइईटी में बने नियंत्रण कक्ष में ड्यूटी दे रहे शिक्षक अब तक जुड़े 155 परीक्षा केंद्रों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। जहां भी गड़बड़ी मिलती है तुरंत केंद्र अधीक्षक या सचल दल प्रभारी को फोन कर सूचना दी जाती है।दूसरी पाली में मथुरा के बल्देव स्थि डीएनवी कालेज में नकल देखी गई। एक कमरे में छात्र अगल-बगल बैठे थे।कापियों की अदला-बदली भी हो रही थी।सूत्रों के अनुसार इसी कालेज में नकल कराने के लिए छात्रों से 2500-2500 रुपये मांगे जा रहे हैं।

नियंत्रण कक्ष को इन परीक्षा केंद्रों में मिली गड़बड़ियां

मैनपुरी के श्रीमती सूरजमुखी महाविद्यालय, मथुरा के वैद्य शिवचरन लाल स्मृति, मैनपुरी के जेएस कालेज आफ एजुकेशन, हाथरस के मां जानकी देवी महाविद्यालय, आगरा के श्री भवानी सिंह महाविद्यालय,मथुरा के आरसीबी डिग्री कालेज, मैनपुरी के जय मां इंस्टीट्यूट और अलीगढ़ के डीआरजी महाविद्यालय।

होगी नियमानुसार कार्रवाई

परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने सभी सचल दलों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक महाविद्यालय में निरीक्षण करने के साथ ही साथ यह भी सुनिश्चित करें कि उस महाविद्यालय का नियंत्रण कक्ष, सीसीटीवी कैमरे डीवीआर आदि ठीक प्रकार से काम कर रहे हैं अथवा नहीं?साथ ही यह भी जांच करें कि विश्वविद्यालय के नियंत्रण कक्ष से महाविद्यालय का लिंक जुड़ा हुआ है अथवा नहीं ? किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर सचल दल से रिपोर्ट लेकर महाविद्यालय के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। 

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