Magh Purnima 2021: पहला शाही स्नान, अनी अखाड़ों की अगुवाई में निकली ब्रज में शोभायात्रा

मथुरा-वृंदावन में शनिवार को अनी अखाड़ा के संतों ने शाही स्‍नान किया। यमुना पर विहंगम नजारा है। हजारों की संख्‍या में साधु संत और श्रद्धालु जुटे हैं स्‍नान करने में। इससे पहले वृंदावन में निकाली गई थी भव्‍य शोभायात्रा। जगह जगह हुआ जोरदार स्‍वागत।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 12:39 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 03:04 PM (IST)
Magh Purnima 2021: पहला शाही स्नान, अनी अखाड़ों की अगुवाई में निकली ब्रज में शोभायात्रा
यमुना में शाही स्‍नान करते अनी अखाड़ा के साधु।

आगरा, जेएनएन। वृंदावन में चल रही कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक का पहला शाही स्नान माघ पूर्णिमा पर शनिवार को होना है। इसकी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुबह करीब 9:30 बजे तीनों अनी अखाड़े और चतु: संप्रदाय की अगुवाई में विधिवत पूजन कर शोभायात्रा निकाली गई। कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक क्षेत्र में यमुना किनारे स्थित श्री देवराहा बाबा घाट से शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ।

सबसे आगे अनी अखाड़ों के संस्थापक बालनंदाचार्य के छाया चित्र को रथ पर विराजमान कराया गया। शोभा यात्रा के दौरान वैष्णव संप्रदाय के नागा साधुओं ने पटेबाजी प्रदर्शन किया। शोभा यात्रा के स्वागत को वृंदावन में जगह-जगह द्वार बनाए गए हैं। शहरवासी संतों पर फूल बरसा कर स्वागत कर रहे हैं।

नगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई शोभायात्रा करीब दो बजे वापस कुंभ वैष्णव बैठक क्षेत्र में पहुंचेगी। यहां कच्चे घाट पर संतों का शाही स्नान शुरू हुआ। हालांकि हजारों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से यमुना तट पर स्नान को पहुंच गए हैं।

हनुमान स्वरूप निशान को स्नान कराने के साथ संतों ने किया स्नान

कुम्भ पूर्व वैष्णव बैठक में शनिवार को बैंड बाजों और जयकारों के साथ निकली शोभायात्रा वृन्दावन के विभिन्न मार्गों से होती हुई बैठक क्षेत्र पहुंची। यहां शोभायात्रा में शामिल तीनों अनी अखाड़ों के साथ ही विभिन्न अखाड़ों में आगे चल रहे हनुमान स्वरूप निशान को पहले स्नान कराया गया।। यहां अनी अखाड़ों के तीर्थ पुरोहित सुभाष पहलवान ने वैदिक मंत्रों के बीच पूजन कराया। इसके बाद निशान को स्नान कराया गया। इसके बाद विभिन्न अखाड़ों के सन्तों ने शाही स्नान घाट पर स्नान किया। जिस रास्तों से सन्त गुजरे वहां की रज को माथे से लगाने के लिए श्रद्धालु बालू में लोटपोट होते रहे। शाही स्नान के दौरान पूरे कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक क्षेत्र में करीब दो लाख श्रद्धालु और सन्त होने का अनुमान है।

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