फेफड़े में ब्लैक फंगस का पहला केस, सर्जरी की तैयारी

एसएन में 43 साल की महिला मरीज को किया गया भर्ती अप्रैल में हुई थी कोरोना संक्रमित एम्स में करा चुकी हैं इलाज

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Jul 2021 08:42 PM (IST) Updated:Tue, 13 Jul 2021 08:42 PM (IST)
फेफड़े में ब्लैक फंगस का पहला केस, सर्जरी की तैयारी
फेफड़े में ब्लैक फंगस का पहला केस, सर्जरी की तैयारी

आगरा,जागरण संवाददाता। एसएन मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) से पीड़ित महिला मरीज को भर्ती किया गया। 43 साल की महिला मरीज के फेफड़े में ब्लैक फंगस फैल चुका है। उन्हें सांस लेने में परेशानी है और शुगर का स्तर भी अनियंत्रित है। यह एसएन में फेफड़े में ब्लैक फंगस का पहला मामला है। डाक्टर मरीज की सर्जरी कर ब्लैक फंगस निकालने की तैयारी कर रहे हैं।

एसएन मेडिकल कालेज के ब्लैक फंगस वार्ड के प्रभारी डा. अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि आवास विकास कालोनी निवासी महिला मरीज अप्रैल में कोरोना संक्रमित हुई। निजी कोविड हास्पिटल में तबीयत में सुधार न होने पर मई में जेपी हास्पिटल, नोएडा में भर्ती कराया गया। वहां फेफड़े में ब्लैक फंगस डायग्नोज की गई। इसके बाद एक महीने एम्स, दिल्ली में इलाज चला। उन्हें सांस लेने में परेशानी है। मधुमेह रोगी भी हैं और शुगर का स्तर अनियंत्रित है। अभी एम्फोटेरेसिन बी इंजेक्शन दिया गया है। सीटी स्कैन सहित कुछ जांच कराई गई हैं। इससे पता चल जाएगा कि फेफड़े के कितने हिस्से में ब्लैक फंगस फैला है। सर्जरी कर उस हिस्से को निकालने की भी तैयारी चल रही है। सर्जरी के लिए मेडिसिन, सर्जरी विभाग के डाक्टरों की भी राय ली जा रही है। आंख, गाल, नाक, जबडे़ से लेकर दिमाग में मिला ब्लैक फंगस एसएन मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस के 82 मरीज भर्ती हुए हैं। इसमें से 14 दिन की बच्ची का गाल में ब्लैक फंगस फैलने पर आपरेशन किया गया था। ब्लैक फंगस फैलने पर 10 मरीजों की आंख निकालनी पड़ी। इसके साथ ही नाक, जबडे़, तालू और दिमाग में भी ब्लैक फंगस मिल चुका है। 40 मरीज हुए ठीक एसएन मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. संजय काला ने बताया कि ब्लैक फंगस के गंभीर मरीज भर्ती हुए। इसमें से 40 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। 15 मरीजों की मौत हुई है। अब 15 मरीज भर्ती हैं।

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