Fat Scandal: फीरोजाबाद में दो साल से पक रही है अहातों में चर्बी, जानवरों के अवशेष उबलते हैं कड़ाहे में

Fat Scandal बस्ती में रहने वालों का बदबू से जीना मुहाल 24 घंटे बाद नहीं पहुंचे अफसर। कड़ाहे में जानवरों के अवशेष उबलते देख लौट आई थी पीसीबी की टीम। साल 2009 में आगरा में चर्बी कांड हुआ था।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 02:30 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 02:30 PM (IST)
Fat Scandal: फीरोजाबाद में दो साल से पक रही है अहातों में चर्बी, जानवरों के अवशेष उबलते हैं कड़ाहे में
लालपुर मंडी के पास बने अहातों में चर्बी दो सालों से पक रही है।

आगरा, जेएनएन। फीरोजाबाद शहर से सटी लालपुर मंडी के पास बने अहातों में चर्बी दो सालों से पक रही है। आसपास रहने वाले लोगाें का बदबू के मारे जीना मुहाल है। कई बार प्रशासन से शिकायत की गई, लेकिन अधिकारी आंखें मूंदे रहे। गुरुवार को चर्बी पकते हुए देखने के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम वापस लौट आई। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट पहुंचे थे और पुलिस को कार्रवाई के आदेश भी दिए थे, लेकिन चौबीस घंटे बाद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

बंबा बाइपास के निकट लालपुर मंडी के गुरुवार दोपहर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) के अधिकारियों को लालपुर में प्लास्टिक जलने की शिकायत मिली थी। सूचना के आधार पर विभागीय अधिकारी जांच को पहुंचे। लालपुर मंडी के आसपास पशुओं के अवैध कटान व अवशेष जलने की काफी तेज दुर्गंध उठ रही थी। अधिकारियों ने आसपास क्षेत्र में जांच की, लेकिन वहां कहीं प्लास्टिक जलती नहीं मिली। यहां अधिकारियों को काफी बड़ी बाउंड्री वाल नजर आई, लेकिन गेट पर ताला लगा हुआ था। उन्होंने बाउंड्री वाल के अंदर झांक कर देखा तो वहां एक बड़ी कड़ाई में पशुओं के अवशेष उबलते मिले। उसके आसपास पशुओं के अवशेष भी पड़े थे। टीम में शामिल अधिकारी टूटी बाउंड्री से अंदर घुसे और वीडियो बनाया। अहाते में एक शख्स मिला, जिससे पूछताछ की गई, लेकिन उसका कहना था कि वह दो दिन पहले काम पर आया है। इसके बाद टीम वापस लौट आई।

शाम को पहुंचे थे सिटी मजिस्ट्रेट

प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम के लौटने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट गुलशन कुमार फोर्स के साथ पहुंचे थे। वहां पर ताले बंद देखकर शुक्रवार सुबह पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसके बावजूद न तो पुलिस पहुंची और न ही नगर निगम की टीम। कड़ाही में जानवरों के अवशेष उबलते रहे।

आगरा के चर्बी कांड की यादें हुई ताजा

साल 2009 में आगरा में चर्बी कांड हुआ था। झरना नाले के जंगल में पशुओं के अवशेषों को उबालकर चर्बी बनाई जा रही थी। चर्बी कांड में तत्कालीन सरकार के माननीय का नाम आया था। इसको लेकर कई मुकदमे दर्ज हुआ और जमकर सियासत हुई थी। इसी तरह के हालात यहां भी नजर आ रहे थे।

खत्ताघर के निकट कबाड़ी जला रहा था कूड़ा

पीसीबी की टीम द्वारा जलेसर रोड पर गोपाल आश्रम के पीछे खत्ताघर का निरीक्षण किया गया, तो वहां एक कबाड़ी द्वारा कूड़ा जलाया जा रहा था। पीसीबी व नगर निगम अधिकारियों ने तत्काल आग को बुझवाया। चेतावनी दी कि दोबारा आग जलती मिली तो सख्त कार्रवाई होगी। यूनिटी हास्पिटल के निकट खाली बाउंड्री वाल में भी कूड़ा जलने के अवशेष मिले।

टीजेड एरिया में पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर तीन स्थलों का निरीक्षण किया गया, जिसमें दो स्थानों पर कूड़ा जलने व लालपुर में बाउंड्री वाल के अंदर पशुओं के अवशेष उबलते मिले। उक्त मामले में कार्रवाई के लिए नगर निगम को रिपोर्ट भेजी जा रही है।

-मनोज कुमार चौरसिया, क्षेत्रीय अधिकारी पीसीबी

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