इनर रिंग रोड पर चल रहा तेजी से काम, 31 दिसंबर तक तैयार हो जाएगी दूसरे चरण की रोड
250 करोड़ से बन रही है फतेहाबाद रोड से देवरी रोड तक 7.13 किमी लंबी सड़क। चार बार बढ़ चुकी है रोड के निर्माण की अंतिम तारीख। नाेएडा से यमुना एक्सप्रेस वे से आने वाले वाहन पहुंच सकेंगे आसानी से सीधे ग्वालियर रोड पर।
आगरा, जागरण संवाददाता। इनर रिंग रोड के दूसरे चरण की रोड 31 दिसंबर तक बनकर तैयार हो जाएगी। अभी तक 90 फीसद रोड बन चुकी है। 10 फीसद रोड का डामरीकरण होना बाकी रह गया है। 250 करोड़ से बन रही 7.13 किमी लंबी यह रोड फतेहाबाद रोड को देवरी रोड से जोड़ेगी। इस रोड के निर्माण की चार बार अंतिम तारीख बढ़ चुकी है।
नेशनल हाईवे-19 को ग्वालियर रोड से जोड़ने के लिए इनर रिंग रोड बनाया जा रहा है। इसका निर्माण तीन चरण में हो रहा है। 350 करोड़ रुपये से हाईवे से फतेहाबाद रोड तक पहले चरण की साढ़े दस किमी लंबी रोड बन चुकी है। दूसरे चरण की रोड का निर्माण अंतिम चरण में है। दोनों चरण की रोड आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा बनाई जा रही है। तीसरे चरण की रोड भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण आगरा खंड द्वारा बनाई जाएगी। देवरी रोड से ग्वालियर रोड तक रोड की लंबाई आठ किमी है। फिलहाल इस रोड की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई जा रही है। एडीए के एक अधिकारी ने बताया कि दूसरे चरण की रोड का निर्माण अक्टूबर 2016 से शुरू हुआ था। यह कार्य मार्च 2018 तक पूरा होना था लेकिन किसानों के विरोध के चलते एक साल तक रोड का निर्माण ठप रहा। एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि दूसरे चरण की रोड बनने से वाहनों का आवागमन सीधे हो सकेगा। अभी वाहनों को कई किमी का चक्कर लगाकर जाना पड़ता है।
25 करोड़ रुपये से बन रहा फ्लाईओवर
इनर रिंग रोड के पहले से दूसरे चरण की रोड को जोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये से फ्लाईओवर बनाया जाएगा। इसका निर्माण दो साल में पूरा होगा।
सीसीटीवी कैमरे से लैस हुआ एडीए कार्यालय
आगरा विकास प्राधिकरण कार्यालय अब सीसीटीवी कैमरों की निगाह में रहेगा। बुधवार को एडीए कार्यालय में पहले चरण में 25 कैमरे लगाए गए। दूसरे चरण में दस से 15 कैमरे और लगाए जाएंगे। एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि संपत्ति अनुभाग, विधि, वित्त सहित अन्य में कैमरे लगाए गए हैं।
ताजनगरी प्रथम और द्वितीय चरण की जमीनों का आडिट शुरू
एडीए उपाध्यक्ष के आदेश पर ताजनगरी प्रथम और द्वितीय चरण की जमीनों का आडिट शुरू हो गया है। एडीए की यह दो प्रमुख योजनाएं हैं। यह तीन सौ हेक्टेअर में विकसित हुई हैं। शास्त्रीपुरम आवासीय योजना की आडिट हो चुकी है। इसमें 400 करोड़ रुपये की रिक्त जमीन मिली है। भूखंडों की जल्द बिक्री शुरू होगी।