बैठक में हंगामा, जमीन देने को तैयार नहीं किसान
आगरा जागरण संवाददाता। किसानों ने एलान कर दिया है कि इनररिग रोड तृतीय चरण के लिए अधि
आगरा, जागरण संवाददाता। किसानों ने एलान कर दिया है कि इनररिग रोड तृतीय चरण के लिए अधिग्रहित की गई जमीन पर वह आगरा विकास प्राधिकरण को तब तक कब्जा नहीं करने देंगे, जब तक कि उन्हें चार गुना मुआवजा नहीं मिल जाता। शुक्रवार को एडीए सचिव राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी किसानों को समझाने पहुंचे। इस दौरान किसानों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने साफ एलान कर दिया कि वह अपनी जमीन नहीं देंगे।
लगभग 11 साल पहले एडीए ने इनररिग रोड तृतीय चरण के लिए जमीन अधिग्रहित की थी। बाद में इस रोड का एलाइनमेंट बदल गया। 400 किसानों की लगभग 40 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा लेकर एडीए अब इसका लैंड यूज बदलना चाहता है। इसे व्यवसायिक गतिविधियों के लिए देने की योजना है। लगभग 40 करोड़ रुपये की इस जमीन का सर्वे करने के लिए 15 दिन पहले एडीए की टीम मौके पर पहुंची थी। तब किसानों ने विरोध कर टीम को लौटा दिया था। टीम को सर्वे नहीं करने दिया था। इस जमीन पर अभी भी किसानों का कब्जा है। शुक्रवार को एडीए सचिव अपनी टीम के साथ किसानों से बातचीत करने पहुंचे। रोहता चौराहे के पास बैठक हुई। इसमें एडीए सचिव ने किसानों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुए। इस दौरान काफी हंगामा हो गया। किसानों का कहना है कि एडीए हमसे सस्ते में जमीन लेकर व्यापारियों को महंगे दाम पर बेचना चाहता है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। किसान नेता श्याम सिंह चाहर का कहना है कि शनिवार को एडीए उपाध्यक्ष के साथ बैठक होगी। इस दौरान चेतन स्वरूप रावत, शिवकुमार शर्मा, रविद्र सिंह, चंद्रशेखर शर्मा, गिर्राज सिंह, वेद प्रकाश, प्रमोद कुमार, रमाकांत शर्मा, आनंद शर्मा, वीरेंद्र सिंह चौहान आदि मौजूद थे।