Fake attendance: खुल गया फर्जीवाड़ा, शिक्षामित्र लगा देता था अनुपस्थित शिक्षकों की हाजिरी
Fake attendance अछनेरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय अर्रुआ खास का मामला। चार शिक्षकों और एक शिक्षामित्र मिले अनुपस्थित।
आगरा, जागरण संवाददाता। खंड शिक्षाधिकारी को निरीक्षण के दौरान विद्यालय में सिर्फ दो शिक्षामित्र ही उपस्थित मिले, लेकिन उपस्थिति रजिस्टर में प्रधानाध्यापक और तीन सहायक अध्यापकों के हस्ताक्षर हो रहे थे। मामला संदिग्ध देख सख्ती से पूछताछ में एक शिक्षामित्र ने स्वीकार लिया कि उसने ही अनुपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं के हस्ताक्षर किए थे। मामला संज्ञान में आने पर बीएसए ने निलंबन की कार्यवाही कर स्पष्टीकरण तलब किया है।
मामला अछनेरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय अर्रुआ खास का है, खंड शिक्षाधिकारी यहां निरीक्षण करने पहुंचें, तो हालात देखकर हैरान रह गए। विद्यालय में सिर्फ महिला शिक्षामित्र नीरज और मनीषा परिमार ही उपस्थित थीं। लेकिन उपस्थिति रजिस्टर में प्रधानाध्यापक पारुल पुंडीर, सहायक अध्यापक ज्योति गुप्ता, सुनैना शर्मा, शैलेंद्र कुमार और शिक्षामित्र हेमलता के भी साइन हो रहे थे। लेकिन वह पांचों विद्यालय में मौजूद नहीं थे। शक होने पर बीईओ ने सख्ती से पूछा, तो शिक्षामित्र नीरज ने स्वीकार किया कि अनुपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं के हस्ताक्षर उसने ही किए थे। इस पर बीईओ ने उससे मौके पर अपनी गलती स्वीकारते हुए लिखित स्पष्टीकरण भी लिया।
किया निलंबन व रोका मानेदय
प्रधानाध्यापक और तीनों सहायक अध्यापक बिना किसी सूचना व प्रार्थना पत्र के विद्यालय से अनुपस्थित थे, जबकि विद्यालय में कायाकल्प, यू-डायस, मानव संपदा फीडिंग आदि जैसे महत्वपूर्ण काम चल रहे हैं। लिहाजा मामले की जानकारी होने पर बीएसए राजीव कुमार यादव ने मामले में प्रधानाध्यापक पारुल पुंडीर, सहायक अध्यापक ज्योति गुप्ता, सुनैना शर्मा और शैलेंद्र कुमार को निलंबित व अनुपस्थित शिक्षामित्र हेमलता का अनुपस्थित दिवस का मानदेय काटने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शिक्षामित्र नीरज के द्वारा किए गए अवैधानिक कृत्य के लिए अग्रिम आदेशों तक मानदेय रोकने की संस्तुति की है। निलंबन शिक्षक-शिक्षिका निलंबन अवधि में अपने मूल विद्यालय से संबंद्ध रहेंगी। बीएसए ने मामले की जांच खंड शिक्षाधिकारी बिचपुरी समर अब्बास जैदी कौ सौंपी है, जो 15 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगें।