Fake Refined Oil: नामचीन कंपनियों के नाम पर कहीं आप भी तो नहीं खा रहे नकली रिफाइंड, आगरा में है पूरा नेटवर्क

आगरा में नकली के खेल से असली फेल नामचीन कंपनियों के नाम पर बाजार में बेचा रहा था माल। छत्ता इलाका बना नकली मोबिल आयल और रिफाइंड बेचने वालों का गढ़। आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी ट्रेड मार्क एक्ट एवं खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 04:11 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 04:11 PM (IST)
Fake Refined Oil: नामचीन कंपनियों के नाम पर कहीं आप भी तो नहीं खा रहे नकली रिफाइंड, आगरा में है पूरा नेटवर्क
आगरा में नामचीन कंपनियों के पैकेजिंग में नकली रिफाइंड बेचा जा रहा है।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में नकली के खेल से असली फेल हो रहा है। उसका बाजार प्रभावित हो रहा है। नामचीन कंपनियों की पैकिंग में रिफाइंड और सरसों का तेल बेचने वालों को जेल भेजने के बाद पुलिस अब उनसे जुड़े अन्य लाेगों के बारे में जानकारी जुटा रही है। जिससे कि कंपनियों के नाम पर नकली माल बाजार में बेचने वालों को सलाखाें के पीछे भेजा जा सके।

छत्ता बाजार में नामी गिरामी कंपनियों के नाम से रिफाइंड और सरसों का तेल बेचने में चार आरोपितों को पुलिस ने बुधवार को छापा मारकर गिरफ्तार किया था। जिन्हें गुरुवार को जेल भेज दिया गया। पुलिस को छत्ता के बाजार में दुकानदारों द्वारा कंपनियों के नाम पर नकली रिफाइंड और सरसों का तेल बेचने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपितों मोहम्मद आरिफ निवासी जीनखाना छत्ता, मोहम्मद सद्दाब व मोहम्मद हसीब निवासी पथवारी गली छत्ता और रिजवान निवासी छत्ता बाजार को गिरफ्तार किया था। उनके यहां से 25 टिन रिफाइंड, पांच टिन सरसों का तेल, 99 खाली टिन, नामी गिरामी कंपनी के 150 रैपर व स्टिकर और 239 ढक्कन बरामद किए थे। आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, ट्रेड मार्क एक्ट एवं 26 खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

बता दें आगरा में नकली के खेल से असली फेल हो रहा है। पुलिस ने शहर में नामचीन कंपनियों के नाम से बड़े पैमाने पर मोबिल आयल बाजार में खपाने का खेल पकड़ा था। नकली मोबिल आयल वालों के तार पूर्वांचल के जिलों तक जुड़े थे। वहां के जिलों में अपना माल खपाते थे। जिसमें कंपनियों के स्टिकर, होलोग्राम, पैकिंग व डिब्बों का प्रयोग किया जाता था। पुलिस ने मोबिल आयल बेचने वालों पर ताबड़़तोड़ कार्रवाई करते हुए शिकंजा कसा। एक दर्जन से ज्यादा लोगाें को गिरफ्तार करके जेल भेजा। मगर, मोबिल आयल के बाद मिलावटखोरी का मामला नहीं रुका। मिलावटखोरों ने नामचीन कंपनी के नाम का रिफाइंड और सरसों के तेल बाजार में बेचना शुरू कर दिया। 

chat bot
आपका साथी