ताजमहल पर एक मल्टी लेवल पार्किंग की उम्मीद खत्म, शिल्पग्राम को मिल सकती है मंजूरी
सेंट्रल इंपावर्ड कमेटी की टीम ने किया था गुरुवार को आगरा में निरीक्षण। ड्राप हुई पश्चिमी गेट पार्किंग पर्यटन विभाग कोर्ट में दाखिल करेगा प्रार्थना पत्र। प्रोजेक्ट ड्राप होने से यहां पार्किंग निर्माण को 69 पेड़ काटने की भी आवश्यकता अब नहीं रही।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताज पश्चिमी गेट स्थित अमरूद का टीला में मल्टीलेवल पार्किंग नहीं बनेगी। पर्यटन विभाग ने प्रोजेक्ट को ड्राप कर दिया है। प्रोजेक्ट ड्राप होने से यहां पार्किंग निर्माण को 69 पेड़ काटने की भी आवश्यकता नहीं रही। सेंट्रल इंपावर्ड कमेटी (सीईसी) ने पर्यटन विभाग को सुप्रीम कोर्ट में स्थिति स्पष्ट करने को प्रार्थना पत्र दाखिल करने को कहा है।
पर्यटन विभाग ने विश्व बैंक सहायतित प्रो-पुअर टूरिज्म डवलपमेंट प्रोजेक्ट में ताजमहल के पश्चिमी गेट पर अमरूद का टीला में 110 करोड़ रुपये की लागत से मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण की योजना बनाई थी। पार्किंग निर्माण में 69 पेड़ बाधक थे। वहीं, शिल्पग्राम में मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण का कार्य 11 पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं होने से मई, 2017 से रुका हुआ है। पर्यटन विभाग ने दोनों पार्किंग में 80 पेड़ काटने की अनुमति मांगने को सुप्रीम कोर्ट में पिछले वर्ष याचिका दाखिल की थी। सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी के अंतिम सप्ताह में हुई सुनवाई में सीईसी को निरीक्षण कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। टीम गुरुवार को शिल्पग्राम पार्किंग पहुंची। यहां मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण की जरूरत से टीम सहमत नजर आई। टीम के रुख से लगा कि उसकी रिपोर्ट के बाद यहां पार्किंग बनने का रास्ता साफ हो सकता है। इस पार्किंग पर नौ करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं।
टीम इसके बाद पश्चिमी गेट पार्किंग पहुंची। यहां पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें प्रोजेक्ट ड्राप होने की जानकारी दी। इसके बाद टीम ने यहां पेड़ों को नहीं देखा। टीम ने पर्यटन विभाग के अफसरों को सुप्रीम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल कर पश्चिमी गेट पार्किंग का प्रोजेक्ट ड्राप होने की जानकारी देने को कहा। टीम में सीईसी के चेयरमैन पीवी जयकृष्णन, सदस्य सचिव महेंद्र व्यास व अमरनाथ शेट्टी, अधिवक्ता एडीएन राव शामिल थे।
ताज के रखरखाव को सराहा
सीईसी की टीम का ताजमहल की विजिट का कोई कार्यक्रम नहीं था, लेकिन शिल्पग्राम के निरीक्षण के बाद टीम ताजमहल पहुंच गई। यहां उसने पर्यटकों की सुविधा को बनाए गए फेसिलिटी सेंटर को देखा। टीम ने फेसिलिटी सेंटर के साथ ही ताजमहल के रखरखाव की सराहना की। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार, सहायक अधीक्षण पुरातत्वविद आरके सिंह मौजूद रहे।