आगरा में अभिभावकों की लड़ाई लड़ रही पापा की कार्यकारिणी और ट्रस्ट भंग
पापा संस्था में थमने का नाम नहीं ले रही आपसी रार। खुद को संस्था का मुख्य ट्रस्टी बता दीपक सरीन ने सामने रखा पक्ष। संस्था के कुछ सदस्यों ने स्कूल संचालकों के साथ मिलकर अपने बच्चों की फीस माफ करा ली है और अन्य अभिभावकों के साथ धोखा किया है।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्रोग्रेसिव एसोसिएशन आफ पेरेंट्स (पापा) की रार थमती नहीं दिख रही। शनिवार को संस्था के मुख्य ट्रस्टी व संरक्षक दीपक सरीन सामने आए। उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को नकारा और खुद को हटाने वाले पक्ष पर पैसों के गबन का आरोप लगाकर कार्यकारिणी व ट्रस्ट भंग कर दिया।
दिल्ली गेट स्थित गोवर्धन होटल में उन्होंने बताया कि संस्था के कुछ लोगों ने स्कूल संचालकों से मिलीभगत कर उन्हें बदनाम करने और संस्था का पैसा गबन करने के लिए यह साजिश रची है। उन्होंने स्कूल वालों से समझौता कर अपने बच्चों की फीस माफ करा ली है, जो अन्य अभिभावकों के साथ अन्याय है। इसलिए बतौर मुख्य संरक्षक और ट्रस्टी उन्होंने पापा संस्था की सभी कार्यकारिणी भंग कर दागी ट्रस्टी बाहर करते हुए ट्रस्ट भंग कर दिया है। उन्होंने मामले में विभिन्न आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज कराया है, जल्द ही आरोपितों पर कानूनी कार्रवाई होगी। टीम पापा जिस उद्देश्य से अभिभावकों के लिए कार्य कर रही थी, वह जारी रहेगा, जल्द ही टीम पापा नए नाम और तेवर के साथ अपना प्रयास शुरू करेगी। बैठक में कपिल उप्पल, गर्जन सिंह, नरेंद्र अग्रवाल, विकास मोहन बंसल, राखी भार्गव, सुमित सक्सेना, मनोज गोयल, डा. वेदांत राय, एमएस पवार आदि मौजूद रहे।
बरगलाने की है कोशिश
दूसरे पक्ष ने इसे लोगों को भ्रमित करने का प्रयास करार दिया। उनका कहना है कि वह अपनी बात को सत्य साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। अन्य लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए उन्होंने खुद को मुख्य ट्रस्टी घोषित किया था, लेकिन आपत्ति पर उसे मानवीय त्रुटि बता एफिडेविट देकर उसे सुधरवाने की बात कही थी।