मौखिक आदेश से वरिष्ठता सूची में हो रही मनमानी, लगाया जा रहे आरोप

अनुसूचित जाति-जनजाति बेसिक शिक्षक महासंघ ने लगाया आरोप। साक्ष्य के साथ की मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक संग बैठक। प्रदेश में प्रथम नियुक्ति तिथि से सहायक अध्यापक की विद्यालय से वरिष्ठता निर्धारण के 2015 के स्टे आर्डर के बाद भी प्रथम नियुक्ति से वरिष्ठता निर्धारण कर मौखिकआदेश दिए जा रहे।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 09:49 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 09:49 AM (IST)
मौखिक आदेश से वरिष्ठता सूची में हो रही मनमानी, लगाया जा रहे आरोप
प्रथम नियुक्ति से वरिष्ठता निर्धारण कर मौखिक आदेश दिए जा रहे हैं

आगरा, जागरण संवाददाता। जिले के कई ब्लाक में कंपोजिट विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापकों के लिए वरिष्ठता सूची या आदेश जारी नहीं किया गया। नियम विरुद्ध मौखिक आदेश जारी कर शासनादेश का मजाक उड़ाया जा रहा है। यह आरोप अनुसूचित जाति-जनजाति बेसिक शिक्षक महासंघ ने लगाया है।

संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष भीषम पाल सिंह का आरोप है कि यह मनमानी बिचपुरी, खंदौली, शमसाबाद, एत्मादपुर व नगर क्षेत्र में धडल्ले से हो रही है। जिले या प्रदेश में प्रथम नियुक्ति तिथि से सहायक अध्यापक की विद्यालय से वरिष्ठता निर्धारण के 2015 के स्टे आर्डर के बाद भी प्रथम नियुक्ति से वरिष्ठता निर्धारण कर मौखिक आदेश दिए जा रहे हैं, जो कोर्ट के आदेश की अवहेलना है।

एडी बेसिक से शिकायत

मामले में संगठन ने मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक अवध किशोर सिंह से शिकायत की है। उन्हें बताया कि छह जनवरी 2021 को शाहजहांपुर जिले में भी हाईकोर्ट ने प्रथम नियुक्ति तिथि से बनी कंपोजिट विद्यालय की वरिष्ठता सूची पर रोक लगा दी है। बावजूद इसके आगरा के बिचपुरी के दो कंपोजिट विद्यालय मोहम्मदपुर व दहतोरा की शिकायत साक्ष्य सहित की गई। साथ मामले में कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान कन्हैया लाल भारती, चंद्र प्रकाश गौतम, देवेंद्र सिह, सम्राट, सुनीता कुमारी, मीना भारती, सरोज कुमारी, ऊषा सेंगर आदि मौजूद रहीं। 

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