गणपति की आराधना में होगी पर्यावरण की फिक्र

आगरा: देवों में प्रथम पूज्य भगवान गणेश गुरुवार से घर-घर में विराजेंगे। गणेश चतुर्थी को बैंडबाजों की धुन पर उनकी प्रतिमाएं स्थापित कीजाएंगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Sep 2018 09:49 PM (IST) Updated:Tue, 11 Sep 2018 09:49 PM (IST)
गणपति की आराधना में होगी पर्यावरण की फिक्र
गणपति की आराधना में होगी पर्यावरण की फिक्र

आगरा: देवों में प्रथम पूज्य भगवान गणेश गुरुवार से घर-घर में विराजेंगे। गणेश चतुर्थी को बैंड-बाजों की धुन पर जगह-जगह उनकी प्रतिमाएं विधि-विधान से स्थापित की जाएंगी। 13 से 23 सितंबर तक गणेशोत्सव की धूम रहेगी। इसको लेकर मंदिरों व पंडालों में तैयारियां जोरों पर हैं। गणपति की आराधना में पर्यावरण की फिक्र दिखेगी। कहीं वर्षा जल संचयन का संदेश तो कहीं पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करने की बात होगी।

महाराष्ट्र समाज टब में करेगा मूर्ति विसर्जन

आगरा में महाराष्ट्र समाज द्वारा पिछले 80 वर्षो से परंपरागत आयोजन किया जा रहा है। पूर्व में यह आयोजन महाराष्ट्र भवन, राजामंडी में होता था। इस बार होटल ग्रांड, आगरा कैंट में 13 से 16 तक गणेशोत्सव होगा। पहले दिन मूर्ति स्थापना संग कीर्तन होगा। लखनऊ से कीर्तनकार विजय कृष्ण भागवत आ रहे हैं। 14 को सांस्कृतिक कार्यक्रम और 15 को संगीत लहरी होगी। 16 को मूर्ति विसर्जन होगा। महाराष्ट्र समाज के अध्यक्ष अभय पोताड़े ने कहा कि समाज के लोग अपने घरों में मिट्टी की मूर्तियां स्थापित करेंगे। विसर्जन घर में टब में होगा। मूर्ति पानी में घुलने पर उसे बगीची में डाल दिया जाएगा। पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करने का देंगे संदेश

यमुनापार में श्री गणेश सेवा समिति (रजिस्टर्ड) द्वारा गणेशोत्सव पर पंडाल में आठ फुट ऊंची मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा स्थापित की जाएगी। समिति के सचिव संजू बंसल ने बताया कि पंडाल में बैनर लगाकर पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करने का संदेश दिया जाएगा। डिफेंस एस्टेट में देंगे वर्षा जल संचयन का संदेश

श्री साई गणेश महोत्सव समिति व साई सेवा मित्र मंडल द्वारा डिफेंस एस्टेट फेज-वन में आठ फुट एक इंच ऊंची प्रतिमा सुबह 11 बजे स्थापित की जाएगी। श्री साई सेवा मित्र मंडल के सचिव संजय सत्यदेव ने बताया कि यहां नृत्य, मेहंदी, सामान्य ज्ञान, चित्रकला, फैंसी ड्रेस, रंगोली प्रतियोगिताएं होंगी। वर्षा जल संचयन का संदेश दिया जाएगा। तीन दिन भजन संध्या और एक दिन एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम होगा। यहां भी विराजेंगे बप्पा

यमुना ब्रिज स्टेशन रोड, कमलानगर, बल्केश्वर, मोती कुंज। पूजन का शुभ मुहूर्त

भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को दिन में हुआ था। इसलिए उनकी पूजा दिन में की जाती है। चतुर्थी 12 सितंबर की शाम 4:07 बजे से शुरू होकर 13 सितंबर को दोपहर 2:51 मिनट तक रहेगी। पूजन का शुभ मुहूर्त गुरुवार सुबह 11:08 से 1:34 बजे तक रहेगा।

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