गोवर्धन में श्रद्धालुओं के पथ में बाधक नहीं बनेंगे बेसहारा पशु

400 गोवंशीय भेजे जाएंगे गोशाला। गोवर्धन परिक्रमा से हटाया जाएगा अतिक्रमण। सात कोस की परिक्रमा में श्रद्धा का ज्वार उमड़ता है। एकादशी से पूर्णिमा और विशेष मौकों पर परिक्रमा मार्ग में मानव श्रृंखला बन जाती है। परिक्रमा मार्ग में आस्था की थाह नहीं रहती है।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 06:17 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 06:17 PM (IST)
गोवर्धन में श्रद्धालुओं के पथ में बाधक नहीं बनेंगे बेसहारा पशु
गोवर्धन में सात कोस की परिक्रमा में श्रद्धा का ज्वार उमड़ता है।

आगरा, जागरण टीम। भगवान श्रीकृष्ण की भूमि के कण-कण में आस्था महकती है। गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में राधे-राधे, कृष्णा-कृष्णा के जयघोष गूंजते है। श्रद्धालुओं की कतार लगती है। श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसके लिए बेसहारा गोवंशीय हटाए जाएंगे और गोशाला भेजे जाएंगे। वहीं अस्थाई अतिक्रमण हटाए जाएंगे। उप्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा निरीक्षण किया गया है।गोवर्धन की परिक्रमा मार्ग भक्ति से जगमग रहता है।

सात कोस की परिक्रमा में श्रद्धा का ज्वार उमड़ता है। एकादशी से पूर्णिमा और विशेष मौकों पर परिक्रमा मार्ग में मानव श्रृंखला बन जाती है। परिक्रमा मार्ग में आस्था की थाह नहीं रहती है। सरकार द्वारा गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में सुविधा विकसित करने पर ध्यान दिया जा रहा है। उप्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। शौचालय, पेयजल सुविधा विकसित की गई है। परिषद ने विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ निरीक्षण कर करीब 400 गोवंशीय पशु चिन्हित किए हैं । वहीं अस्थाई अतिक्रमण भी परिक्रमा मार्ग से चिन्हित कर हटाए जाएंगे । गोवंशीय पशु हटाने का काम शुरू करा दिया है । प्रतिदिन 15-20 गोवंशीय पशु गोशाला भेजे जा रहे हैं । उप्र. तीर्थ विकास परिषद के सीईओ नगेंद्र प्रताप ने बताया कि परिक्रमा मार्ग में करीब 400 गोवंशीय पुश चिन्हित किए गए हैं । अस्थाई अतिक्रमण भी चिन्हित कर हटाए जाएंगे ।

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