Encounters in Agra: बदमाशों का सीना चीर रही आगरा पुलिस की गोली, अपराधियों में बन गया खाकी का खौफ

आगरा में डेढ़ महीने में हुईं तीन मुठभेड़ में ढेर हुए पांच बदमाश। सभी बदमाश थे कुख्‍यात। लूट डकैती और अपहरण जैसी वारदातों को दिया था अंजाम। बीते साढ़े चार वर्ष में आगरा में 265 पुलिस मुठभेड़ में 748 बदमाश हुए गिरफ्तार और 107 बदमाश हुए घायल।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 08:32 AM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 08:32 AM (IST)
Encounters in Agra: बदमाशों का सीना चीर रही आगरा पुलिस की गोली, अपराधियों में बन गया खाकी का खौफ
आगरा में एन्‍काउंटर के बाद मौके पर पुलिस की गोली से घायल बदमाश। फाइल फोटो

आगरा, यशपाल चौहान। अपराध और अपराधियों पर शिकंजे को पुलिस के अभियान कई बार चले। मुठभेड़ भी हुईं। मगर, हर बार पुलिस की गोली बदमाशों के घुटने तक ही रही। ट्रेनिंग में पढ़ाए गए न्यूनतम बल प्रयोग के पाठ का पुलिसकर्मी पूरी तरह पालन करते रहे हैं। आगरा में 10 वर्ष बाद 17 जुलाई को पुलिस का निशाना बदमाशों के सीने पर लगा। मुठभेड़ में दो बदमाश ढेर हुए। इसके बाद हुई दाे और मुठभेड़ में तीन बदमाश ढेर हो चुके हैं। पुलिस की गोली अब कुख्यात बदमाशों के सीने पर लग रही है। इससे बदमाशों में खौफ है।

प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से बदमाशों के खिलाफ पुलिस का अभियान शुरू हुआ। पुलिस के रिकार्ड के अनुसार, 20 मार्च 2017 से 30 अगस्त 2021 तक पुलिस के रिकार्ड में 265 मुठभेड़ हुईं। इनमें 748 बदमाश गिरफ्तार हुए। मुठभेड़ के दौरान 107 बदमाश घायल हुए।जबकि 31 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनमें से अधिकांश मुठभेड़ों में बदमाशों के पैर में ही गोली लग रही थी। पुलिस का निशाना बदमाशों के घुटने से ऊपर नहीं लग रहा था। अब डेढ़ माह से पुलिस की गोली ऊपर की ओर बढ़ गई है। जवाबी फायरिंग में पुलिस का निशाना बदमाशों के सीने पर लग रहा है। 17 जुलाई को मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा से करेाड़ों की लूट के बाद भागते दो बदमाश पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गए। इससे पहले वर्ष 2011 में चंबल के बीहड़ में सक्रिय दस्यु विष्णु परिहार मुठभेड़ में मारा गया था। इसके बाद जुलाई में हुई मुठभेड़ चर्चाओं में रही। 22 जुलाई को एक लाख रुपये का इनामी और उसका साथी बदन सिंह मुठभेढ़ में मारा गया। बदन सिंह आगरा में ट्रांस यमुना कॉलोनी से वरिष्‍ठ चिकित्‍सक के अपहरण के मामले वांछित था। 30 अगस्त को तड़के कुख्यात मुकेश ठाकुर पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। डेढ़ माह में हुईं तीनों मुठभेड़ के बाद बदमाशों में खौफ है। इस बीच करीब आधा दर्जन बदमाश खुद थाने पहुंचकर पुलिस के सामने समर्पण कर चुके हैं।

इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि आगरा में आपरेशन शिकंजा और आपरेशन प्रहार चल रहा है। इनामी और वांछित अपराधियों की धरपकड़ चल रही है। कई बड़े बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हुई। इस दौरान उन्होंने पुलिस पर जान लेने की नीयत से फायरिंग की। जवाबी फायरिंग कई बदमाश घायल हुए। उपचार के दौरान कुछ बदमाशों की मौत हो गई।

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