Ambedkar University Agra: आगरा मंडल में आ रहे हैं आठ नए निजी विश्वविद्यालय

Ambedkar University Agra दो विश्वविद्यालय आगरा दो फिरोजाबाद दो अलीगढ़ और दो मथुरा में खुलेंगे। शिकोहाबाद में खुल चुका है एक निजी विश्वविद्यालय। आगरा में एक की बन रही इमारत। निजी विश्वविद्यालयों के खुलने से आंबेडकर विश्वविद्यालय की छात्र संख्या पर काफी फर्क पड़ेगा।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 04:38 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 04:38 PM (IST)
Ambedkar University Agra: आगरा मंडल में आ रहे हैं आठ नए निजी विश्वविद्यालय
निजी विश्वविद्यालयों के खुलने से आंबेडकर विश्वविद्यालय की छात्र संख्या पर काफी फर्क पड़ेगा।

आगरा, प्रभजोत कौर। आगरा मंडल के छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में आठ नए विकल्प मिलने वाले हैं। मंडल में आठ नए निजी विश्वविद्यालय खुलने वाले हैं। इनमें से दो विश्वविद्यालय आगरा, दो फिरोजाबाद, दो अलीगढ़ और दो मथुरा में खुलेंगे। प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। शिकोहाबाद में खुलने वाले एक निजी विश्वविद्यालय को दो महीने पहले मान्यता मिल चुकी है। इन विश्वविद्यालयों के आने से आंबेडकर विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या पर असर पड़ेगा। वर्तमान में भी दयालबाग डीम्ड विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, जीएलए, जेएस यूनिवर्सिटी समेत कई राज्य और निजी विश्वविद्यालय संचालित हैं।

किस विश्वविद्यालय में कितने छात्र

- डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में लगभग पांच लाख छात्र हैं।

- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लगभग 30 हजार छात्र हैं।

- जेएस यूनिवर्सिटी में छात्रों की संख्या 15 से 20 हजार है।

- जीएलए में 12से 15 हजार विश्वविद्यालय हैं।

कार्यप्रणाली और व्यवस्थाएं हैं दुरुस्त

निजी विश्वविद्यालयों की तरफ छात्रों का रूझान लगातार बढ़ रहा है। पिछले कुछ सालों में आगरा मंडल में खुले तमान निजी विश्वविद्यालयों में छात्रों की संख्या में इजाफा ही हुआ है। इन निजी विश्वविद्यालयों में छात्रों को अपने काम के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ते। इन विश्वविद्यालयों में समय से परीक्षा व परिणाम घोषित होते हैं। अंकतालिका व डिग्री आसानी से मिल जाती हैं। कुछ साल पहले तक जो छात्र दिल्ली या अन्य राज्यों के विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेते थे, वे अब अपने घर पर रहकर ही स्तरीय शिक्षा ले रहे हैं।

आंबेडकर विश्वविद्यालय को होगा नुकसान

इन आठ निजी विश्वविद्यालयों के खुलने से आंबेडकर विश्वविद्यालय की छात्र संख्या पर काफी फर्क पड़ेगा। विश्वविद्यालय में अंकतालिका, डिग्री, परिणाम, परीक्षा व अन्य समस्याओं के मकड़जाल ने विश्वविद्यालय की साख को न सिर्फ आगरा, बल्कि विदेशों में भी गिरा दिया है। कुलपतियों और अधिकारियों पर मुकदमे, धरने, प्रदर्शन से छात्रों ने इससे इस विश्वविद्यालय से मुंह मोड़ना शुरू कर दिया है। गूगल रैकिंग कम होने से विदेशी छात्रों की संख्या भी शून्य हो गई है।

अग्रवन हेरिटेज विश्वविद्यालय को मान्यता मिल चुकी है। आगरा में फतेहाबाद रोड पर इमारत तैयार हो रही है। अगले साल की शुरुआत में विश्वविद्यालय खुलने की संभावना है। मेडिकल विभाग पर हमारा ज्यादा जोर रहेगा।

- डा. पीएस यादव, प्रो. चांसलर

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