School in Agra: आफलाइन कक्षाओं के साथ जारी रहेगी ई-पाठशााल
School in Agra शासन ने लिया निर्णय विद्यार्थियों को देखते हुए लिया फैसला। शैक्षिक सामग्री हर सप्ताह वाट्सएप ग्रुप पर की जाएगी साझा। अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने इस संबंध में सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। कक्षा छठवीं से आठवीं तक के विद्यालय खुल चुके हैं, जबकि कक्षा एक से पांचवीं तक के विद्यालय भी एक मार्च से खुल जाएंगे। बावजूद इसके बेसिक शिक्षा परिषद मिशन प्रेरणा के अंतर्गत चलाई जा रही ई-पाठशाला को बंद नहीं करेगा। इसे फिलहाल चलते रहने दिया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने इस संबंध में सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। आदेशानुसार कक्षा एवं विषयवार शैक्षिक सामग्री सप्ताह के प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को वाट्सएप ग्रुप पर साझा की जाएगी। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को उनका अभ्यास करने व प्रश्नों का उत्तर देने के लिए भी प्रेरित किया जाए। इतना ही नहीं दूरदर्शन पर किए जा रहे वीडियो लेक्चर का प्रसारण भी जारी रहेगा। शासन की मंशा है कि विद्यालय आने वाले विद्यार्थियों के साथ, घर पर रहकर पढ़ने वाले विद्यार्थी भी इन माध्यमों से जुड़कर पढ़ाई से जुडे रहें।
हर विद्यार्थी का होगा आंकलन
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी राजीव कुमार यादव का कहना है कि शासन की मंशा बिना किसी अवरोध विद्यार्थियों को पढ़ाने की है। इसके लिए प्रयास जारी हैं। इसलिए राज्य स्तर से भेजी गई शिक्षण सामग्री के साथ विद्यालयों में भी उन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। विद्यार्थियों के शैक्षिक स्तर का आंकलन किया जाएगा, इसके लिए अध्ययन सामग्री में से उनसे प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके बाद कमजोर पाए जाने वाले विद्यार्थियों के स्तर को रेमेडियल टीचिंग के माध्यम से बेहतर बनाया जाएगा।
क्यूआर कोड स्कैन करें, देखें पाठ्य सामग्री
बेसिक शिक्षा परिषद ने विद्यार्थियों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करने के लिए दीक्षा एप लांच किया जाएगा। इसे डाउनलोड करने के लिए विद्यार्थियों को जागरूक किया जाएगा। दीक्षा एप पर करीब चार हजार आडियो-विजुअल लेक्चर व शिक्षण सामग्री पाठ्य पुस्तक में दिए क्यूआर कोड को स्कैन कर पढ़ी जा सकेगी।
मिल चुकी हैं निश्शुल्क पुस्तकें
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई सुचारू रखने के लिए उन्हें निश्शुल्क पुस्तक व अभ्यास पुस्तिका वितरित की जा चुकी है। इसके आधार पर ही दूरदर्शन पर वीडियो लेक्चर प्रसारित हो रहे हैं। शासन ने अभिभावकों से अपील की है कि वह विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप से शैक्षणिक कार्यक्रम दिखाएं।