श्री पारस हास्पिटल का डीवीआर भेजा फोरेंसिक लैब

चार दिन की मांगी है सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग जीवनी मंडी के युवक पर अभी पुलिस का शक है बरकरार

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Jun 2021 05:10 AM (IST) Updated:Tue, 29 Jun 2021 05:10 AM (IST)
श्री पारस हास्पिटल का डीवीआर भेजा फोरेंसिक लैब
श्री पारस हास्पिटल का डीवीआर भेजा फोरेंसिक लैब

आगरा,जागरण संवाददाता। श्री पारस हास्पिटल के सीसीटीवी का डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकार्डर) सोमवार को न्यू आगरा पुलिस ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा दिया। पुलिस ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों से 26, 27 व 28 अप्रैल के अलावा 16 मई की भी रिकार्डिंग रिकवर करने को आग्रह किया है।16 मई को जीवनी मंडी का युवक हास्पिटल गया था। इसलिए पुलिस ने उस दिन की भी रिकार्डिंग निकलवाई है।

इंस्पेक्टर न्यू आगरा भूपेंद्र बालियान ने बताया कि जो वीडियो वायरल हुआ में उसमें डा. अरिजय जैन के अलावा मैनपुरी के प्रधान मनोज यादव नजर आ रहे हैं। 28 अप्रैल को मनोज यादव डा. अरिजय से मिलने आए थे। इसलिए अंदाजा लगाया गया कि वीडियो 28 अप्रैल की शाम पांच से छह बजे के बीच बना है। डाक्टर ने पुलिस को यह भी बताया कि उस दौरान ओपीडी असिस्टेंट जितेंद्र, एमआर अनिल भी कमरे में मौजूद थे। दो अन्य लोग मिलने आए थे। वे कौन थे यह उन्हें याद नहीं है। पुलिस ने सभी के बयान दर्ज कर लिए। मनोज यादव ने भी यह बयान दिया था कि वीडियो 28 अप्रैल की शाम का है। पुलिस ने उनकी लोकेशन चेक की। 28 अप्रैल की दोपहर 12 बजे वह आगरा में थे। इसके बाद मैनपुरी चले गए थे। जब वह आगरा में मौजूद ही नहीं थे शाम को उनकी मौजूदगी में वीडियो कैसे बन गया। इसलिए वीडियो बनाने के दिन और समय को लेकर संशय की स्थिति पैदा हुई।

इंस्पेक्टर न्यू आगरा ने बताया कि पिछले दिनों शक के आधार पर जीवनी मंडी निवासी एक युवक को पकड़ा था। उसका मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। युवक अपनी मां के इलाज के लिए हास्पीटल में गया था। कर्मचारियों ने उस पर शक जाहिर किया था। युवक के मोबाइल में पुलिस को वीडियो नहीं मिला था। वह युवक 16 मई को हास्पिटल गया था। इसलिए 16 मई की रिकार्डिंग भी मांगी गई है। पुलिस ने बताया कि डीवीआर से डिलीट रिकार्डिंग बरामद हो जाती है। इसलिए डीवीआर जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है।

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