शिव आराधना का व्रत, खानपान की अनदेखी कहीं न दे दे दर्द
सोमवार व्रत में कैसे रखें खानपान का बैलेंस डायटिशियन आकांक्षा ने सुझाए उपाए।
आगरा(जेएनएन): सावन में शिव के प्रिय वार सोमवार का व्रत जीवन को तार देता है। लेकिन बारिश का ये मौसम खान- पान की जरा सी अनदेखी से कई बार सेहत बिगाड़ भी सकता है। डायटिशियन आकांक्षा गुप्ता के अनुसार भगवान की आराधना के बीच अपनी सेहत को अनदेखा न करें। व्रत में भी जरूरी है कि आपके शरीर को पोषक तत्व मिलें। व्रत रखते वक्त ध्यान रखें कि बिल्कुल खाली पेट न रहें। ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करते रहें। इससे ऊर्जा बनी रहेगी और डिहाइड्रेशन से भी बचे रहेंगे।
इन्हें न करें भोजन में शामिल:
बहुत से लोग पुराना रखा हुआ कुटू या सिंघाड़े का आटा इस्तेमाल कर लेते हैं। जबकि ये आटे कुछ समय बाद ही दूषित हो जाते हैं। ऐसे में उसे खाने से डायरिया हो सकता है। ये करें व्रत के खाने में शामिल:
- ज्यादा से ज्यादा फलों को शामिल करें।
- कुटू के आटे की रोटी या इडली।
- समा के चावल की खिचड़ी और इन्हीं चावलों से बना डोसा भी खा सकते हैं।
- लौकी, कद्दू या खीरे का रायता शामिल करें।
- एनर्जी के लिए लस्सी, मिल्क शेक या जूस भी ले सकते हैं।
- राजगिरी के आटे में ढेर सारे मिनरल्स, विटामिन, कैलशियम, आयरन, फाइबर होते हैं।
- अधिक भूख लगने पर ड्राइफ्रूट ले सकते हैं।
- खाली पेट रहने से एसिडिटी हो सकती है। ऐसे में ठंडा दूध लें और थोड़ी- थोड़ी देर में थोड़ा- थोड़ा खाते रहें।
- आलू में विटामिन सी की मात्रा अच्छी होती है, इसलिये दही के साथ आलू की टिक्की का सेवन कर सकते हैं। इससे भरपूर एनर्जी मिलती है।
- नारियल पानी पीएं। अधिक मीठे से बचें:
कुछ लोग व्रत में सिर्फ मीठा ही खाते हैं। लेकिन अधिक चीनी नुकसान कर सकती है। ऐसे में शकरकंद उबाल कर खाएं। मखाने या पनीर की खीर आदि का सेवन कर सकते हैं।
मधुमेह रोगी न रहें भूखे:
यदि व्रती मधुमेह से पीड़ित हैं तो ध्यान रखें कि ज्यादा देर तक खाली पेट न रहें। कुछ न कुछ खाते रहें और भरपूर पानी पीएं।
रखें इन बातों का ध्यान:
डायटिशियन आकांक्षा के अनुसार व्रत के दौरान क्योंकि आप अनाज नहीं खाते हैं इसलिये जरूरी है कि संतुलित भोजन लें। यदि आप ज्यादा तला- भुना या मीठा या फिर बिना नमक का खाना ले रहे हैं तो यह आपको ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्या दे सकता है। साथ ही बारिश के मौसम में ऐसा भोजन संक्रमण या अपच की समस्या दे सकता है।
इतना ही नहीं यह वजन और शुगर को भी प्रभावित कर सकता है। ठीक इससे विपरीत यदि आप सिर्फ फलों का ही सेवन करते हैं और पानी कम पीते हैं तो कब्ज या शारीरिक कमजोरी हो सकती है।
- डायटिशिन आकांक्षा गुप्ता