कचरे में न फेंके फूल, बन सकती है खाद

नगर निगम प्रशासन ने राजनगर में लगाया एक टन का प्लांट कई और जगहों पर प्लांट लगाने की चल रही तैयारी नगर निगम के सौ वार्डों में 300 से अधिक धार्मिक स्थल हर दिन दो टन से अधिक निकलते फूल

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Sep 2021 10:01 PM (IST) Updated:Sun, 12 Sep 2021 10:01 PM (IST)
कचरे में न फेंके फूल, बन सकती है खाद
कचरे में न फेंके फूल, बन सकती है खाद

आगरा, जागरण संवाददाता । छोटा, लेकिन अच्छा प्रयास। धार्मिक स्थलों के बाहर फूल न बिखरे रहें, इसके लिए नगर निगम विशेष जागरुकता अभियान शुरू करने जा रहा है। साथ ही लोगों से कचरे में फूल न फेंकने की अपील भी की जाएगी। यह सब स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के लिए किया जाएगा, क्योंकि फूलों से खाद तैयार की जा सकती है। नगर निगम प्रशासन ने राजनगर में एक टन का प्लांट लगाया है, जबकि शहर के कई और स्थलों पर ऐसे प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है। नगर निगम के सौ वार्डों में 300 धार्मिक स्थल हैं। हर दिन दो टन से अधिक फूल निकलते हैं। वहीं बालूगंज में सबसे बड़ी फूलों की मंडी है। नगर निगम की टीम मंडी और 20 प्रमुख धार्मिक स्थलों से फुलों का कलेक्शन करती है।

इसलिए पड़ी जरूरत : पौधारोपण को लेकर लोग जागरूक हो रहे हैं। अपने घरों या फिर खाली जमीन पर पौधे लगा रहे हैं। ऐसे में लोगों को खाद की जरूरत पड़ रही है। नगर निगम शहर में सेंटर बना कर खाद की बिक्री करने की सोच रहा है, जिससे लोगों को खाद मिलने में कोई दिक्कत न आए।

बारिश में रोकना पड़ता है कार्य : फूलों से खाद बनाने के लिए दर्जनभर गड्ढे किए गए हैं। इनमें एक के बाद एक फूलों को प्रासेस किया जाता है, फिर फूल अच्छी तरीके से सूखने के बाद उनकी खाद तैयार होती है। बारिश में पानी के चलते फूल सूख नहीं पाते हैं। इसी के चलते कार्य रोकना पड़ता है। - फूलों से खाद बनाने का नगर निगम का प्रयास अच्छा है। शहर में कई जगहों पर फूलों के कलेक्शन सेंटर बनाए जाने चाहिए।

राजेश प्रजापति, पार्षद अशोक नगर - धार्मिक स्थलों पर फूल चढ़ने के बाद कचरे में फेंके जाते हैं। फूलों से खाद बनाने के और भी प्लांट लगने चाहिए।

राहुल चौधरी, पार्षद आजमपाड़ा - नगर निगम के अफसरों को सभी धार्मिक स्थलों से जुड़े संगठनों के साथ बैठक करनी चाहिए। लोगों से अपील है कि फूलों को रोड या फिर गली में न फेंके तो अच्छा है।

संजय राय, पार्षद बाग फरजाना

- स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत फूलों से खाद तैयार की जा रही है। प्लांट की क्षमता बढ़ाने या फिर अन्य स्थल पर नया प्लांट लगाने को लेकर जल्द बैठक होगी। जरूरत के हिसाब से प्लांट लगाया जाएगा।

नवीन जैन, मेयर

- राजनगर में फूलों से खाद बनाने का एक टन का प्लांट लगा है। कई और जगहों पर ऐसे प्लांट लगाने पर विचार चल रहा है। फूलों का कलेक्शन ठीक से हो, इस पर भी फोकस किया जा रहा है।

निखिल टीकाराम, नगरायुक्त

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