Agra Forensic Lab: आगरा फोरेंसिक लैब में डीएनए यूनिट शुरू, जानिए क्या हैं खास बातें
Agra Forensic Lab आगरा-कानपुर जोन के जिलों को होगा फायदा। पांच करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुई है डीएनए लैब। पांच साल पहले शासन प्रस्ताव भेजने के बाद शुरू हुई थी प्रक्रिया। यूनिट खुलते ही आ गए दो केस।
आगरा, अली अब्बास। पुलिस को जटिल केसों की डीएनए जांच के नमूने अब लखनऊ भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इन केसों को सुलझाने के लिए आगरा फोरेंसिक लैब में डीएनए लैब शुरु हो गई है। यहां पर आगरा और कानपुर जोन के जिलों से संबंधित डीएनए जांच के नमूने लिए जाएंगे। इससे केसों के निस्तारण की प्रक्रिया में तेजी आएगी। आगरा फोरेंसिक लैब में डीएनए लैब की यूनिट करीब पांच करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुई है।
आगरा फोरेंसिक लैब को ए श्रेणी में रखा गया है। यहां पर गन शाट, विस्फोटक सामग्री, मादक पदार्थ, मिलावटी सामान, कागजी, दस्तावेज, रसायनों की जांच, विसरे की जांच, टाक्सीकोलाजी, क्राइम सीन मैनेजमेंट, सीरोलाजी, फोटो सेक्शन, कंप्यूटर फोरेंसिक, बायोलाजी, फोरेंसिक इंजीनियरिंग व्र मेडिकोलीगल सेक्शन हैं। डीएनए लैब खोलने का प्रस्ताव पांच साल पहले शासन को भेजा गया था।
शासन से डीएनए लैब खोलने की अनुमति के बाद प्रक्रिया शुरू की गई। लैब खोलने के लिए ग्रांट मिलने के बाद डीएनए लैब के लिए उपकरणों की खरीदने का सिलसिला दो साल पहले शुरू हो गया था। उपकरणों समेत पूरी लैब करीब पांच करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुई है। लैब ने 16 अप्रैल से अपने यहां परीक्षण के लिए डीएनए सैंपल को लेना शुरू कर दिया है।
ये हैं डीएनए लैब के प्रमुख उपकरण
जेनेटिक एनलाइजर, आरटीपीसीआर एचआइडी,आटोमैटिक डीएनए एक्सटेंशन इंस्ट्रूमेंट, बायाे केमिकल
एक किट कीमत कई लाख रुपये
एक डीएनए किट की कीमत कई लाख रुपये होती है। इस किट से 150 से 200 के बीच जांच की जा सकती हैं।
प्रदेश की चौथी डीएनए लैब
प्रदेश में एक साल पहले तक सिर्फ लखनऊ में डीएनए लैब थी। वहां पर प्रदेश के जिलों से भेजे गई कई सौ जांच लंबित रहती थीं। आठ महीने पहले गाजियाबाद की फोरेंसिक लैब में डीएनए लैब की शुरू की गई थी। इसी एक अप्रैल से गोरखपुर में डीएनए लैब शुरू हुई थी। जबकि 15 अप्रैल से आगरा में डीएनए लैब की यूनिट ने काम शुरू किया।
दो दिन में जांच के लिए आए दो केस
आगरा फोरेंसिक लैब की डीएनए यूनिट में जांच के लिए दो दिन में दो केस जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमे एक केस शुक्रवार को फीरोजाबाद से पाक्सो का भेजा गया है। जबकि दूसरा मथुरा केस शनिवार को थाना जमुना पार में बालिका से सामूहिक दुष्कर्म की जांच का है।
आगरा फोरेेंसिक लैब में डीएनए सैंपल की टेस्टिंग का काम शुरू हो चुका है। यहां आगरा और कानपुर जोन के अंर्तगर्त आने वाले जिलों के डीएनए सैंपल की जांच हो सकेगी। इससे केसों के निस्तारण की प्रक्रिया में तेजी आएगी।
डाक्टर अरुण कुमार मित्तल निदेशक विधि विज्ञान प्रयोगशाला, उत्तर प्रदेश