तालाबों की सफाई से मजदूरों को रोजगार, धरती को पानी

बरसात के पानी के संरक्षण के लिए कराई जा रही है तालाबों की सफाई तालाबों की सफाई के कार्य से मनरेगा मजदूरों को मिलेगा रोजगार

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 06:00 AM (IST)
तालाबों की सफाई से मजदूरों को रोजगार, धरती को पानी
तालाबों की सफाई से मजदूरों को रोजगार, धरती को पानी

जागरण टीम, आगरा। बरसात के पानी के संरक्षण के लिए तालाबों की सफाई व सुंदरीकरण जरूरी है। यह तालाब धरती की कोख तो भरेंगे ही साथ ही कोरोना क‌र्फ्यू में में बेरोजगार हुए मनरेगा मजदूरों को रोजगार भी दिलाएंगे। पहले की अपेक्षा इस बार ज्यादा तालाबों का सुंदरीकरण व सफाई कराई जाएगी।

फतेहाबाद विकासखंड में 70 ग्राम पंचायतों में 2020-21 में कुल 53 तालाबों की खोदाई कराकर सुंदरीकरण कराया गया था। इस बार 2021-22 में ब्लाक के कुल 140 तालाबों की सफाई मनरेगा मजदूरों द्वारा कराई जाएगी। इससे कोरोना क‌र्फ्यू की बाद शहर से लौटे मजदूरों को रोजगार मिलेगा। तालाबों की खोदाई से रोजगार मिलने से श्रमिक खुश नजर आ रहे हैं। रामेश्वर, रामजीलाल तालाब पर काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि वे बाहर काम करते थे। कोरोना क‌र्फ्यू के बाद अपने गाव में आ गए। यहां परिवार के भरण-पोषण का संकट पैदा हो गया। समझ नहीं आ रहा था कि परिवार को क्या खिलाएंगे। घरवाले बाहर काम पर जाने नहीं दे रहे थे। ऐसे में उन्हें तालाबों की खोदाई के लिए काम मिल गया। अब उन्हें रोजगार मिल रहा है। इससे मजदूर और उनका परिवार दोनों ही खुश हैं। ग्राम पंचायत सिकतरा के प्रधान रामसेवक बताते हैं कि उन्होंने पिछले कार्यकाल में तीन तालाबों की खोदाई कराकर किनारे पौधारोपण कराया था। उनमें से कई पेड़ बडे़ होकर छाया देने लगे हैं। अवैध कब्जे से तालाब होते जा रहे विलुप्त

तालाबों में मिट्टी डालकर लोगों ने मकान बनाने शुरू कर दिए। इससे गांव के छोटे-छोटे तालाब विलुप्त होते जा रहे हैं। इनके अवैध कब्जे की शिकायत ठंडे बस्ते में डाल दी जाती है। जिसके चलते लोगों ने अब शिकायत करना भी बंद कर दिया है।

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