Ganpati Visarjan: गणपति बप्पा मोरया! अगले बरस तू जल्दी आ..., बप्पा को विदा कर विघ्न हरने की प्रार्थना
अनंत चतुर्दशी पर गणेश जी की प्रतिमाओं का हो रहा है विसर्जन। अबीर उड़ाते और ढोल की थाप पर नाचते हुए पहुंच रहे हैं श्रद्धालु। कैलाश बल्केश्वर हाथीघाट और दशहरा घाट पर बने हैं कुंड। गणेश जी से संकट हरने की कर रहे हैं प्रार्थना।
आगरा, जागरण संवाददाता। एक दो तीन चार गणपति की जय-जयकार...। देवा ओ देवा! गणपति देवा, तुमसे बढ़कर कौन...। गणपति बप्पा मोरया! अगले बरस तू जल्दी आ...। ताजनगरी में अनंत चतुर्दशी पर 10 दिन तक गणेश जी की पूजा के बाद प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है। यमुना किनारे बनाए गए कुंडों में गणपति के विसर्जन को श्रद्धालु गुलाल और अबीर उड़ाते हुए पहुंच रहे हैं। गणपति बप्पा का कुंडों में विसर्जन कर उनसे अगले वर्ष जल्दी आने की कामना के साथ कोरोना आैर डेंगू जैसे विघ्नों को हरने की प्रार्थना की जा रही है।
गणेश चतुर्थी पर घरों व मंदिरों में गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना की गई थी। 10 दिन तक गणेशोत्सव की धूम रही। 10 दिवसीय गणेशाेत्सव के बाद अनंत चतुर्दशी पर श्रद्धालुओं ने घरों व मंदिरों में विराजमान गणेश जी की प्रतिमाओं की आरती उतारी और उन्हें विसर्जन के लिए यमुना किनारे बनाए गए कुंडों पर लेकर पहुंचे। यमुना किनारा पर कैलाश मंदिर, बल्केश्वर, हाथीघाट और दशहरा घाट पर कुंड बनाए गए हैं। कुंडों पर पुलिस प्रशासन ने बैरीकेडिंग कर रखी है। पुलिस किसी को बैरीकेडिंग से आगे नहीं जाने दे रही है। इससे आगे किसी को नहीं जाने दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं द्वारा यहां गणपति की आरती उतारकर पुलिस द्वारा तैनात किए गए युवाओं के माध्यम से कुंड में विसर्जित करा रहे हैं। गणेश जी से कोरोना अौर डेंगू रूपी विघ्नों को हरने की प्रार्थना की जा रही है। इसके साथ ही अगले बरस जल्दी आने की कामना श्रद्धालु कर रहे हैं।
ढोल की थाप पर नाच रहे युवा
बहुत से श्रद्धालु गणेश जी के विसर्जन के लिए ढोल वालों को साथ लेकर आ रहे हैं। ढोल की थाप पर युवा नृत्य कर रहे हैं।
पूर्व की अपेक्षा कम है भीड़
पिछले वर्ष कोरोना काल में गणेश पंडाल नहीं सजे थे। इस बार भी शासन ने इसके लिए अनुमति नहीं दी थी। इसके चलते 2019 व उससे पूर्व की अपेक्षा भीड़ कम है। सबसे अधिक श्रद्धालु हाथीघाट पहुंच रहे हैं।