यहां मंदिर में अंडे फेंकने से पूरी होती हैं भक्‍तों की मनोकामनाएं

फीरोजाबाद के गांव बिलहना में बना है नगरसेन बाबा का प्राचीन मंदिर। प्रत्येक वर्ष वैशाख की अष्टमी से लगता है तीन दिवसीय मेला।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 27 Apr 2019 10:17 AM (IST) Updated:Sat, 27 Apr 2019 10:17 AM (IST)
यहां मंदिर में अंडे फेंकने से पूरी होती हैं भक्‍तों की मनोकामनाएं
यहां मंदिर में अंडे फेंकने से पूरी होती हैं भक्‍तों की मनोकामनाएं

आगरा, अजय प्रताप सिंह। नगरसेन बाबा के नाम से विख्यात प्राचीन मंदिर फीरोजाबाद शहर से करीब आठ किमी दूर मटसेना रोड पर बिलहना गांव में बना है। यहां प्रति वर्ष वैशाख की अष्टमी से तीन दिवसीय मेला लगता है। इस मंदिर की अनोखी परंपरा है कि नगरसेन बाबा पर अंडा फेंककर मांगी हुई मुराद पूरी हो जाती है। मनौती मांगने के लिए यहां दूसरे जिलों और प्रांतों से भी श्रद्धालु आते हैं।
मंदिर की स्थापना करीब सौ वर्ष पूर्व दिवाकर समाज ने की थी। तब से अब तक हर वर्ष वैशाख में अष्टमी से तीन दिवसीय मेला लगता है। दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इस मंदिर की अनोखी परंपरा पहली बार यहां आने वाले श्रद्धालुओं को चौंका देती है। श्रद्धालु मंदिर में अंडा फेकते हैं। बताया जाता है कि मन्नत पूरी होने पर अंडा फेंकने की परंपरा दशकों से चली आ रही है। माना जाता है कि इससे खुश होकर नगरसेन बाबा श्रद्धालुओं पर कृपा बरसाते हैं। मन्नत पूरी होने पर लोग अपने बच्चों का मुंडन भी कराते हैं।

बच्चा बीमार होने पर की थी मंदिर की स्थापना
मंदिर की स्थापना के संबंध में मेला कमेटी पदाधिकारी पूर्व प्रधान जगन्नाथ दिवाकर एवं पुजारी विनोद कुमार बताते हैं कि पूर्वज दयाराम और रामदयाल लगभग सौ वर्ष पूर्व मंदिर का निर्माण कराया था। उनका बच्चा बीमार हो गया था, तब उन्होंने बच्चा ठीक होने की नगरसेन बाबा से मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने पर पूर्वजों ने मंदिर की स्थापना कराई गई।

धीरे-धीरे बढ़ती गई मान्यता
शुरूआत में तो सिर्फ दिवाकर समाज के ही लोग पूर्जा अर्चना करते थे। धीरे-धीरे गांव के अन्य समाज के लोग नगरसेन बाबा में आस्था रखने लगे। अब यहां जनपद के अलावा, आगरा, एटा, मैनपुरी, इटावा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब से भी महिला एवं पुरुष श्रद्धालु आते हैं।

उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
मंदिर पर तीन दिवसीय मेला शुक्रवार को शुरू हो गया है। हालांकि पहले दिन गांव के आस-पास के श्रद्धालुओं ने मंदिर की परंपरा का निभाते हुए मन्नतें मांगी। मेला कमेटी के सदस्य व्यवस्थाओं में जुटे रहे। मंदिर पुजारी विनोद कुमार ने बताया कि शनिवार को दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। 

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