Nirjala Ekadashi 2021: निर्जला एकादशी पर टूटा बिहारी जी में भक्तों का हुजूम, धरी रह गई गाइडलाइन

Nirjala Ekadashi 2021 श्रद्धालुओं ने यमुना स्नान कर निकले पंचकोसीय परिक्रमा को। दिनभर चला दान-पुण्य का सिलसिला। भक्तों की भीड़ मंदिर की ओर बढ़ती नजर आई तो पुलिस की हिम्मत भी जवाब देते बन रही थी। हर ओर बांकेबिहारी के जयकारे की गूंज थी।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 02:28 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 02:28 PM (IST)
Nirjala Ekadashi 2021: निर्जला एकादशी पर टूटा बिहारी जी में भक्तों का हुजूम, धरी रह गई गाइडलाइन
निर्जला एकादशी पर बिहारी जी में उमड़ा भक्तों का सैलाब।

आगरा, जेएनएन। निर्जला एकादशी पर ठा. बांकेबिहारी मंदिर में भक्तों का हुजूम दर्शन के लिए टूट पड़ा। भक्तों की भारी भीड़ के बीच कोविड-19 की गाइडलाइन पालन करवाने की सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गईं। चरमाराईं व्यवस्थाओं के बीच लाखों श्रद्धालुओं ने आराध्य बांकेबिहारी के दर्शन किए। मंदिर के अंदर ही नहीं मंदिर के बाहर बाजार में भी सुबह से ही भक्तों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा। जिसे देख न केवल मंदिर प्रबंधन बल्कि पुलिस के भी हाथपांव फूल गए और भक्तों ने गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाते हुए मंदिर में प्रवेश कर आराध्य के दर्शन किए। निर्जला एकादशी पर्व पर सुबह से ही तीर्थनगरी में भक्तों का हुजूम यमुना किनारे स्नान के लिए पहुंच गया। श्रद्धालुओं ने निर्जल व्रत शुरू करने के साथ यमुना स्नान कर पंचकोसीय परिक्रमा करने के साथ दान-पुण्य किया और बांकेबिहारी के दर्शन को पहुंचे।

निर्जला एकादशी पर तीर्थनगरी में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। हजारों भक्तों ने यमुना स्नान कर पंचकोसीय परिक्रमा की और दान-पुण्य मनौती मांगी। एकादशी पर्व पर ठा. बांकेबिहारी मंदिर समेत सभी मंदिरों में भक्तों की भीड़ ने कोविड-19 की गाइड लाइनों को ध्वस्त कर दिया। बांकेबिहारी मंदिर में हालात ये कि निजी सुरक्षागार्ड और पुलिस प्रशासन भक्तों की भीड़ के आगे खुद को असहाय मान रहा था। भक्तों का रेला सुबह से ही मंदिर की ओर बढ़ता नजर आ रहा था। जिसे रोकने तक की जहमत न तो पुलिस और न ही सुरक्षागार्ड उठा पाए। जिसके परिणाम स्वरूप मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। इतना ही नहीं मंदिर के बाहर की गलियों में भी पैर रखने तक को जगह नहीं मिल रही थी। भक्तों की भीड़ मंदिर की ओर बढ़ती नजर आई तो पुलिस की हिम्मत भी जवाब देते बन रही थी। हर ओर बांकेबिहारी के जयकारे की गूंज थी।

भोर की पहली किरण से ही यमुना स्नान को भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी और स्नान करने के साथ पंचकोसीय शुरु कर दी। पूरे परिक्रमा मार्ग में सुबह से ही मानव श्रृंखला बनी नजर आई और राधारानी के जयकारे की गूंज सुनाई दे रही थी।

दिनभर चला दान-पुण्य का सिलसिला

निर्जला एकादशी पर दान-पुण्य करने का विशेष योग होता है। यही कारण है कि दिनभर निर्जल व्रत रखने के साथ श्रद्धालुओं ने दान-पुण्य किया। कैलाश नगर सेक्टर दो में श्रीमद्भागवत प्रवक्ता एवं अभा ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष आचार्य रसिक महाराज ने विप्र जन सत्कार सेवा का आयोजन किया। इसमें 650 विप्रों एवं निर्धनों को खाद्य सामग्री एवं जल पात्र वितरित किए। आचार्य रसिक महाराज ने बताया कोरोना काल में निरंतर जनसेवा के प्रकल्प चलाए। राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा की राष्ट्रीय सचिव एवं भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष मुदिता शर्मा ने कहा ऐसे पुण्य को समाजसेवा के रूप में मनाना चाहिए। अन्य संस्थाओं और श्रद्धालुओं ने भी दिनभर शिविर लगाकर दान-पुण्य किया। 

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