Save Ponds of Agra: अच्छा प्रयास, आगरा में अब पानी से लबालब भरे हैं तालाब

दैनिक जागरण के प्रयास से बमरौली कटारा गांव में पांच तालाबों की हुई थी डीसिल्टिंग। गांव में जलभराव की समस्या से मिली निजात भूगर्भ जलस्तर में हुआ सुधार। तालाबों की खोदाई होने से तेजी से गिरते भूगर्भ जलस्तर पर अंकुश लगाया जा सकता है।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 06:13 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 06:13 PM (IST)
Save Ponds of Agra: अच्छा प्रयास, आगरा में अब पानी से लबालब भरे हैं तालाब
तालाबों की डीसिल्टिंग का असर अब दिखाई पड़ रहा है।

आगरा, जागरण संवाददाता। चार जुलाई 2015। बमरौली कटारा स्थित अटूला वाले और हरीबाबा तालाब की खोदाई दैनिक जागरण और प्रशासन के सहयोग से हुई तो ग्रामीणों ने भरपूर साथ दिया। तालाब से पानी निकालने का कार्य हो या फिर डीसिल्टिंग का। हर कार्य में ग्रामीण आगे रहे। इस छोटे से प्रयास का असर अब जाकर दिखना शुरू हो गया है। जब गांव में तेजी से गिरते भूगर्भ जलस्तर में सुधार आया है। जलस्तर 230 फीट से नीचे पहुंच गया था। हर साल आधा फीट के आसपास जलस्तर में कमी हो रही थी लेकिन अब स्थिति में तेजी से सुधार आया है। बात यहीं तक सीमित नहीं है इस गांव में चार और भी तालाब हैं, जिनकी सफाई जागरण और प्रशासन द्वारा कराई गई। हाल यह था कि जरा सी बारिश में गांव की गलियों में पानी भर जाता था। तालाबों की डीसिल्टिंग होने से वर्तमान में जलभराव की समस्या खत्म हो गई है।

- तालाबों की डीसिल्टिंग का असर अब दिखाई पड़ रहा है। भूगर्भ जलस्तर में सुधार हुआ है। गांव में जलभराव की समस्या भी खत्म हो गई है।

बंटी कटारा, क्षेत्रीय निवासी

- मेरे कार्यकाल में दैनिक जागरण और प्रशासन ने जो मुहिम शुरू की थी। उसका असर साफ दिख रहा है। पानी से तालाब लबालब भरे हुए हैं। जल संरक्षण को लेकर लोग जागरूक भी हुए हैं।

जय किशन कटारा, पूर्व प्रधान प्रतिनिधि

- पहले गांव में जलभराव की स्थिति बनी रहती थी लेकिन तालाबों की खोदाई होने से यह समस्या खत्म हो गई है।

चंद्रपाल राणा, क्षेत्रीय निवासी

- तालाबों की खोदाई पर फोकस किया जा रहा है। तालाबों की खोदाई होने से तेजी से गिरते भूगर्भ जलस्तर पर अंकुश लगाया जा सकता है।

प्रभु एन सिंह, डीएम 

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