दीवानी परिसर में वैक्सीनेशन केंद्र बनाने की मांग, अधिवक्ताओं के लिए तलाशे गए संक्रमण से बचाव के उपाय

आगरा एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार यादव ग्रेटर आगरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दुर्ग विजय सिंह भैया जनमंच के अध्यक्ष चौधरी अजय सिंह ने जिला जज से मुलाकात की। सिकंदरा के सींगना में तैयार हुए कोविड अस्पताल में अधिवक्ता प्राथमिकता के आधार पर भर्ती हो सकेंगे।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 01:43 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 01:43 PM (IST)
दीवानी परिसर में वैक्सीनेशन केंद्र बनाने की मांग, अधिवक्ताओं के लिए तलाशे गए संक्रमण से बचाव के उपाय
आगरा एडवोकेट एसोसिएशन, ग्रेटर आगरा बार एसोसिएशन और जनमंच के पदाधिकारियों ने जिला जज से मुलाकात की।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा ग्रेटर बार एसोसिएशन, आगरा एडवोकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को वर्चुअल बैठक की। इसमें कोरोना संक्रमण के प्रकोप के चलते 24 से ज्यादा अधिवक्ताओं की मौत होने का हवाला देते हुए जिला जज से दीवानी परिसर में वैक्सीनेशन केंद्र बनाने की मांग की गई। इससे कि दीवानी परिसर में ही अधिवक्ताओं को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लग सके।

वहीं, आगरा एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार यादव, ग्रेटर आगरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दुर्ग विजय सिंह भैया, जनमंच के अध्यक्ष चौधरी अजय सिंह ने जिला जज से मुलाकात की। पदाधिकारियों का कहना था कि जमानत होने के बाद जमानतियाें का सत्यापन किया जाता है। इसके चलते आरोपित केा बिना वजह काफी दिनाें तक जेल में रहना पड़ता है। इस पर जिला जज ने पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि जब तक तहसील थाना क्षेत्रों से सत्यापन नहीं आ जाता, तब तक सभी को अंतरिम जमानत पर छोड़़ दिया जाएगा।

सींगना कोविड अस्पताल में प्राथमिकता के आधार पर भर्ती हो सकेंगे अधिवक्ता

सिकंदरा के सींगना में तैयार हुए कोविड अस्पताल में अधिवक्ता प्राथमिकता के आधार पर भर्ती हो सकेंगे। जिला जज ने नोडल अधिकारी लोकेश नागर के माध्यम से यह जानकारी अधिवक्ताओं को दी। इसके साथ ही अधिवक्ताओं को जरूरत पड़ने पर टेली मेडिसिन की कांफ्रेंस के माध्यम से भी चिकित्सा सेवा उपलब्ध होने की जानकारी दी। नोडल अधिकारी ने अधिवक्ताओं से कहा कि जमानत प्रार्थना पत्रों पर वीडियो काल पर सुनवाई की जा रही है। उन्होंने अधिवक्तओं से अपील की, कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए उनका अदालत आना आवश्यक नहीं है। मंगलवार को 50 अधिवक्ता न्यायालय पहुंचें थे। नोडल अधिकारी ने अधिवक्ताओं से कहा कि वह खुद भी सुरक्षित रहें, स्वजन को भी महामारी से सुरक्षित रखें। कार्य के संबंध में यदि कोई समस्या है ताे सचिव को अवगत कराएं। इससे मिलकर समस्या का उचित समाधान कराया जा सके। 

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