Petha of Agra: ताजमहल में आए पर्यटक, पेठा कारोबारी के चेहरे खिलखिलाए

ताजमहल समेत अन्य स्मारक खुलने से बढे़गी पेठे की मांग। पिछले 60 दिन से पेठा कारोबार में पसरा था सन्नाटा। पेठा कारोबारियों के अनुसार आगरा में पूरे साल में पेठा का करीब 500 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। लॉकडाउन में ये बुरी तरह प्रभावित हुआ।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 05:37 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 05:37 PM (IST)
Petha of Agra: ताजमहल में आए पर्यटक, पेठा कारोबारी के चेहरे खिलखिलाए
ताजमहल खुलने के साथ ही आगरा के पेठा कारोबार में भी मिठास लौटने लगी है।

आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी की खास मिठाई पेठा का निर्माण फिर से शुरू हो गया है। चासनी में डूबा अलग-अलग तरह का पेठा तैयार किया जा रहा है। मगर, अब ताजमहल खुलने के बाद पेठे की मिठास फिर से बढ़ने की उम्म्मीद है। ताजमहल सहेत अन्य स्मारक बंद होने के चलते पिछले 60 दिन से पर्यटक न आने से पेठे की डिमांड 70 फीसद कम हो गई थी।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में ताजमहल समेत सभी स्मारक बंद हो गए थे। एक माह का लाकडाउन के चलते सभी गतिविधियां रूक गई थीं। ऐसे में पेठा कारोबार भी प्रभावित हो गया था। एक जून से अनलाक होने के बाद भी पेठा कारोबार में रौनक नहीं आई थी। पेठा कारोबारियों को ताजमहल सहित अन्य स्मारक खुलने का इंतजार था। अब बुधवार से ताजमहल और अन्य स्मारकों को खोल दिया गया है। इनमें पर्यटकों का आना भी शुरू हो गया है। ऐसे में पेठा कारोबारियों को फिर से पहले की तरह पेठे की मांग बढ़ने की उम्मीद है।

पांच-छह तरह का बन रहा पेठा

पेठा कारोबारियों ने बताया कि गर्मियों में पेठे की बहुत डिमांड होती है, लेकिन डिमांड ने होने के कारण कम पेठा तैयार किया जा रहा था। नूरी दरवाजा में करीब 20 से 25 तरह का पेठा बनता है, लेकिन वर्तमान में सात-आठ तरह का ही बनाया जा रहा है। वो भी बहुत कम मात्रा में बनाया जा रहा है। अब ताजमहल खुला है, पर्यटक आएंगे तो पेठे की वैरायटी भी बढ़ाई जाएंगी।

500 करोड़ का था कारोबार

पेठा कारोबारियों के अनुसार आगरा में पूरे साल में पेठा का करीब 500 करोड़ रुपये का कारोबार होता है, लेकिन लाकडाउन और स्मारक बंद होने से इस बार कारोबार प्रभावित हुआ है। आगे क्या हालात रहेंगे, इसको लेकर भी कुछ कहा नहीं जा सकता है। ऐसे में कारोबार में 40 फीसद की गिरावट आना ताे तय है।

पेठा इंडस्ट्री

कच्चे पेठे की आढ़त - 20

पेठा बनाने वाली इकाइयां - 500

पेठा बेचने वाली दुकानें - 1500

पेठा कारोबार से जुड़े मजदूर - 10 हजार

अभी तक बाजार से कोई डिमांड नहीं आ रही थी। ताजमहल खुला है तो बाहर से पर्यटक आएंगे। पर्यटकों से ही पेठे की सबसे ज्यादा खपत है। उम्मीद है कि जल्द ही पहले की तरह बाजार में डिमांड आएगी।

सोनू मित्तल पेठा कारोबारी, नूरी दरवाजा

अनलाक में पेठे की डिमांड न होने के चलते अधिकांश पेठा इकाइयों पर आर्डर नहीं थे। ताजमहल व अन्य स्मारक खुले गए हैं। कई प्रदेशों में लाकडाउन खत्म हो गया है। इसका लाभ पेठा कारोबार को होगा। पर्यटकों के आने से खपत बढ़ने पर आर्डर आने से स्थिति सुधरेगी।

राजेश अग्रवाल, पेठा कारोबारी, नूरी दरवाजा

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