शोध छात्रा के पिता ने इंटरनेट मीडिया पर की भावुक पोस्ट

दयालबाग शिक्षण संस्थान की बायो नैनो टेक्नोलाजी लैब में 15 मार्च 2013 को छात्रा की दुष्कर्म के बाद कर दी गई थी हत्या आरोपित को सजा दिलाने के लिए आठ वर्ष से लड़ रहे हैं कानूनी लड़ाई

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Mar 2021 11:00 PM (IST) Updated:Mon, 15 Mar 2021 11:00 PM (IST)
शोध छात्रा के पिता ने इंटरनेट मीडिया पर की भावुक पोस्ट
शोध छात्रा के पिता ने इंटरनेट मीडिया पर की भावुक पोस्ट

आगरा,जागरण संवाददाता। शोध छात्रा की हत्या के बाद आठ वर्ष से कानूनी लड़ाई लड़ रहे पिता ने सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर भावुक पोस्ट की। पोस्ट में उन्होंने 15 मार्च 2013 को काला दिन बताते हुए इस दिन को कैलेंडर से हटाने की बात कही है। उनकी पोस्ट पर शहर और बाहर के तमाम लोगों की प्रतिक्रिया आ रही हैं।

दयालबाग शिक्षण संस्थान की बायो नैनो टेक्नोलाजी लैब में 15 मार्च 2013 को शोध छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। आरोपित उदय स्वरूप जेल में है। सीबीआइ उसके खिलाफ दुष्कर्म और हत्या के आरोप में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। छात्रा के पिता आरोपित को सजा दिलाने के लिए आठ वर्ष से कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। कोर्ट में केस का ट्रायल चल रहा है। 38 गवाहों की गवाही हो चुकी है। छात्रा के पिता ने सोमवार को सुबह इंटरनेट मीडिया पर भावुक पोस्ट की। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि मुझे इतना सक्षम होना चाहिए कि मैं कैलेंडर से 15 मार्च की तारीख को हटा सकूं। क्योंकि मैं किसी भी जीवन में इस भयभीत दिन को नहीं चाहता। हम दयालबाग को कभी नहीं भूल सकते, 15 मार्च 2013 के काले दिन ने हमारी जिदगी को 360 डिग्री पर घुमा दिया। हमारे परिवार की शांति छीन ली। न्याय न मिलने देने को तमाम जतन किए जा रहे हैं। मगर, सत्य की जीत होगी और असत्य हारेगा।

इस पोस्ट पर तमाम लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ लोग उन्हें हिम्मत बंधा रहे हैं तो कुछ उनका साथ देने का वादा कर रहे हैं। पैरवी के लिए आए

दुष्कर्म और हत्या के इस मामले में सोमवार को कोर्ट में सुनवाई थी। शोध छात्रा के पिता दिल्ली से यहां पैरवी करने आए थे। उन्होंने बताया कि अभी 15 गवाहों की गवाही बची है। अगली तारीख 20 मार्च है। उन्होंने बताया कि आरोपित के स्वजन बहुत ताकतवर हैं। उन्होंने हर तरह से उन्हें तोड़ने की कोशिश की है, लेकिन उन्हें कोई नहीं तोड़ सकता। बेटी को इंसाफ दिलाकर ही दम लेंगे। न्याय पालिका पर उन्हें पूरा भरोसा है।

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