साइबर शातिरों ने एप डाउनलोड करा ठेकेदार के खाते से नौ लाख रुपये निकाले

आनलाइन कंपनी का अधिकारी बन शाहगंज के ठेकेदार को बनाया शिकार। मोबाइल पर एनी डेस्क एप डाउनलोड कराया। कुछ देर बाद उनके एक खाते से 8.85 लाख रुपये और दूसरे से 50 हजार रुपये कट गए। पीड़ित की शिकायत पर एसएसपी ने रेंज साइबर थाने को दिए मुकदमे के निर्देश।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 09:21 AM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 09:21 AM (IST)
साइबर शातिरों ने एप डाउनलोड करा ठेकेदार के खाते से नौ लाख रुपये निकाले
साइबर शातिरों ने आगरा के कारोबारी के खाते से नौ लाख रुपये पार कर दिए।

आगरा, जागरण संवाददाता। साइबर शातिरों ने ठेकेदार से एप डाउनलोड करा उसके खाते से 9.35 लाख रुपये निकाल लिए। पीड़ित की शिकायत पर एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने रेंज साइबर थाने काे मुकदमा दर्ज करने के आदेश किए हैं।

शाहगंज के सराय ख्वाजा निवासी अब्दुल रउफ खान की कंस्ट्रक्शन कंपनी है। वह भवन निर्माण का ठेका लेते हैं। अब्दुल रउफ ने बताया कि उनके पास आनलाइन शापिंग कंपनी का ई-वालेट है। उन्होंने 23 नवंबर की शाम को उसे चेक किया, जिसमें सिर्फ 1034 रुपये बैलेंस दिखा। जबकि ई-वालेट में 20 हजार रुपये होने चाहिए थे। उन्होंने ई-वालेट कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर फोन किया। दूसरी ओर से कॉल रिसीव करने वाले ने खुद को कंपनी का प्रतिनिधि बताया।

रउफ के अनुसार प्रतिनिधि ने उनसे कहा कि कंपनी का स्टाफ उन्हें फोन करके समस्या का समाधान करेगा। जिसके कुछ देर बाद उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। उन्हें बताया कि वह कंपनी का प्रतिनिधि बोल रहा है। उनके ई-वालेट से संबंधित सारी जानकारी बताई। जिससे उन्हें विश्वास हो गया कि बात करने वाला आनलाइन कंपनी का प्रतिनिधि है। उनके खाते में रकम भेजने के लिए मोबाइल पर एनी डेस्क एप डाउनलोड कराया। जिसके कुछ देर बाद ही उनके एक खाते से 8.85 लाख रुपये और दूसरे से 50 हजार रुपये कट गए। मोबाइल पर मैसेज नौ लाख 35 हजार रुपये कटने का मैसेज देख उनके होश उड़ गए। रउफ ने मंगलवार को एसएसपी से मामले में शिकायत की। उन्होंने रेंज साइबर थाने को मुकदमा दर्ज कर विवेचना के आदेश दिए।

कंपनी के कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप

पीड़ित रउफ ने खाते से रकम निकालने के मामले में आनलाइन कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर शिकायत की थी। जिसके बाद फोन आया और उसने एप डाउनलोड कराने के बाद ई-वालेट को आपरेट किया।

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