साइबर शातिरों ने बनाई एडीजी जोन की फर्जी फेसबुक आइडी

एडीजी का फोटो भी किया प्रयोग 33 मिनट में नौ लोगों से मांगे रुपये जोन साइबर सेल प्रभारी ने लिखाया मुकदमा आइडी कराई ब्लाक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 08:30 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 08:30 PM (IST)
साइबर शातिरों ने बनाई एडीजी जोन की फर्जी फेसबुक आइडी
साइबर शातिरों ने बनाई एडीजी जोन की फर्जी फेसबुक आइडी

आगरा, जागरण संवाददाता। साइबर शातिरों ने मंगलवार को एडीजी जोन के नाम से फेसबुक पर फर्जी आइडी बना ली। उनका फोटो लगाकर कई लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी, फिर उनसे रुपये की मांग की। कुछ देर में ही जानकारी होने पर आइडी ब्लाक करा दी गई। रकाबगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। साइबर सेल और थाना पुलिस फर्जी आइडी बनाने वाले गैंग के बारे में जानकारी जुटा रही हैं।

जोन साइबर सेल की जांच में सामने आया है कि शातिरों ने मंगलवार सुबह 11 बजे फेसबुक पर एडीजी की फर्जी आइडी बनाई थी। उन्होंने तमाम लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। नौ लोगों ने रिक्वेस्ट को स्वीकार भी कर लिया। इन सभी को शातिरों ने मैसेंजर पर मैसेज कर 10-15 हजार रुपये मांगे। किसी ने उनके द्वारा बताए खाते में रकम ट्रांसफर नहीं की। 11: 33 बजे इसकी जानकारी जोन साइबर सेल और सोशल मीडिया सेल को हो गई। इसके बाद दोनों टीम सक्रिय हो गईं।

एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने बताया कि किसी ने मेरा फोटो लगाकर फर्जी फेसबुक आइडी बनाई थी। जिसे ब्लाक करा दिया गया। जिन लोगों को शातिरों ने फ्रेंड बनाकर रुपये मांगे थे, उनको मैसेज भेजकर सचेत किया गया। जोन साइबर सेल प्रभारी अमित कुमार की ओर से रकाबगंज थाने में आइटी एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

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पहले भी अधिकारियों और नेताओं की बन चुकी हैं फर्जी आइडी

साइबर शातिर पहले भी पुलिस अधिकारियों और नेताओं के नाम से फर्जी आइडी बनाकर परिचितों से रुपये मांग चुके हैं। अधिकतर मामलों में मुकदमे दर्ज नहीं हुए, सिर्फ साइबर सेल में शिकायत हुईं। कुछ माह पूर्व तत्कालीन एसएसपी बबलू कुमार की फेसबुक पर फर्जी आइडी बनी थी। उसी समय तत्कालीन सीओ ताज सुरक्षा मोहसिन खान, इंस्पेक्टर हरीपर्वत अरविद कुमार और इंस्पेक्टर जगदीशपुरा राजेश कुमार पांडेय के नाम से फर्जी आइडी बना ली गई। सांसद राजकुमार चाहर, पूर्व विधायक डा. धर्मपाल सिंह के नाम से भी शातिरों ने फर्जी आइडी बनाई। किसी भी मामले में पुलिस की जांच अंजाम तक नहीं पहुंची। अभी तक एक भी मामला नहीं खुल सका है।

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