मणप्पुरम गोल्ड आगरा में गिरवी रखे जेवरात की वापसी को ग्राहकों को करना पड़ेगा इंतजार
मणप्पुरम गोल्ड से बदमाशों ने लूटा था 15.50 किलोग्राम से ज्यादा सोना। कमला नगर शाखा में 550 से ज्यादा लोगों के गिरवी रखे हैं जेवरात। अब तक 11.821 किलाेग्राम सोना बरामद साढ़े सात किलोग्राम सोना कोर्ट ने रिलीज किया।
आगरा, जागरण संवाददाता। मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड में अपने जेवरात गिरवी रखकर ऋृण लेने वाले 550 से ज्यादा लोगों को अपना सोना वापस पाने के लिए इंतजार करना होगा। पुलिस अभी तक 11.821 किलोग्राम सोना ही बरामद कर सकी है। इसके चलते वह ग्राहक परेशान हैं जिन्होंने अपने जेवरात गिरवी रखे थे। अपना ऋृण चुकाकर आभूषणों को वापस पाना चाहते हैं। हालांकि कोर्ट ने साढ़े सात किलोग्राम सोना रिलीज करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
कमला नगर में मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी से 17 जुलाई को 15.50 किलोग्राम सोना बदमाशों ने लूटा था। घटना के कुछ घंटे बाद ही दो बदमाशों मुठभेड़ में मारे गए थे। पुलिस ने उनसे लूटा गया सा़ढ़़े सात किलोग्राम सोना बरामद किया था। पुलिस मामले में अब तक कुल 15 लोगों को जेल भेज चुकी है। उनसे कुल 11.821 किलोग्राम सोना बरामद कर चुकी है। बाकी का सोना एक लाख के इनामी नरेंद्र के पास है।
दर्जनों लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने पुश्तैनी जेवरात गिरवी रखे थे। उन्हें चिंता है कि सोना यदि बरामद नहीं होता है तो वह अपने पुश्तैनी जेवरात से गंवा देंगे। जिसे उन्होंने संकट आने पर गिरवी रखा और उससे उबरने पर छुड़ा लिया था। शाखा प्रबंधक विजय कुमार ने बताया कि पुलिस द्वारा बरामद सोना रिलीज कराने की प्रक्रिया जारी है। इंस्पेक्टर कमला नगर नरेंद्र शर्मा ने बताया कि अदालत ने साढ़े सात किलोग्राम सोना कंपनी को रिलीज कर दिया है।
ये है कंपनी की प्रक्रिया
मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड के स्टाफ के अनुसार गोल्ड लोन के नवीनीकरण की तीन महीने की अवधि होती है। ग्राहक ने यदि नवीनीकरण नहीं कराया, या ब्याज नहीं चुकाया तो उसके एक महीने बाद गिरवी रखे गए जेवरात की नीलामी की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
ग्राहकों का एक ही सवाल, कब तक मिलेंगे जेवरात
गोल्ड लोन शाखा पर पहुंचने वाले ग्राहकों का स्टाफ से एक ही सवाल होता है, उनके जेवरात कब तक वापस मिलेंगे। कर्मचारियों द्वारा ग्राहकाें को यही आश्वासन दिया जा रहा है कि उनके जेवरात जल्द ही मिल जाएंगे, इसकी प्रक्रिया जारी है। मगर, जब तक आरोपित नरेंद्र उर्फ लाला को गिरफ्तार नहीं किया जाता, उससे लूटा गया पूरा सोना जेवरात बरामद नहीं होता। सभी ग्राहकों के जेवरात वापस मिलने मुश्किल है।