उफान पर यमुना, कई गांवों में फसलें जलमग्न
फतेहाबाद की तहसीलदार ने कई गांवों में पहुंच लिया हालात का जायजा
जागरण टीम, आगरा। यमुना नदी उफान की ओर बढ़ रही है। गोकुल बैराज से 42 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार देररात नदी का जलस्तर 492 फीट पर पहुंच गया। सदर और फतेहाबाद तहसील के कई गांवों में फसलें जलमग्न हो गईं। किसान अपने मवेशियों के लिए चारा नहीं ला सके।
सिंचाई विभाग के एक्सईएन शरद सौरव गिरी ने बताया अभी खतरे की स्थिति नहीं है। यमुना का लो फ्लड लेवल 495 फीट है जबकि फ्लड लेवल 508 फीट है। ओखला से पानी छोड़ने के कारण अगर जलस्तर बढ़ता है तो किनारे के लोगों को अलर्ट किया जाएगा। वहीं नदी का जलस्तर बढ़ने से सदर तहसील के गांव हौद, बरौली गुर्जर, मेहरा नाहरगंज, बिसारना और फतेहाबाद के नरि, कांकर, तनौरा, ईधौन आदि गांवों में किसानों की बाजरा, ज्वार, सब्जियों की फसलें जलमग्न हो गई हैं। तहसीलदार सीमा भारतीय ने राजस्व टीम के साथ गढ़ी भज्जी, नरि, कांकर, भोलपुरा आदि गांवों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। ग्रामीणों को नदी के आसपास जाने से मना किया गया है। एसडीएम फतेहाबाद राजेश कुमार जायसवाल ने बताया कि क्षेत्रीय लेखपाल और ग्राम पंचायत सचिवों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। खेतों में लगे पंपसेट खोल लाए किसान
संसू, फतेहाबाद: यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही किसानों ने अपने खेतों की ओर दौड़ लगा दी। उन्होंने अपने खेतों पर लगे पंपसेट खोल लिए। उन्होंने बताया कि पानी बढ़ने से पंपसेट खराब हो जाते हैं। 123 मीटर पर पहुंची चंबल नदी
संसू, पिनाहट: सोमवार को दिन में एक मीटर घटने के बाद चंबल नदी फिर 123 मीटर पर पहुंच गई। नदी का जलस्तर पिछले एक सप्ताह से घट-बढ़ रहा है। फिलहाल नदी खतरे के निशान 132 मीटर से काफी दूर है लेकिन नदी किनारे रहने वाले ग्रामीणों को खतरा सताने लगा है।