दस लाख रुपये में दी थी व्यापारी की हत्या की सुपारी
पुलिस मुठभेड़ में घायल बदमाश की गिरफ्तारी के बाद पर्दाफाश व्यापारिक रंजिश में दो व्यापारियों ने ही दी थी सुपारी दोनों भेजे जेल व्यापारी के धोखे में बदमाशों ने कर्मचारी को मार दी थी गोली
आगरा, जागरण संवाददाता। छत्ता क्षेत्र में आठ दिन पहले रामा ट्रेडर्स के मालिक की हत्या के लिए बदमाश आए थे। उनके धोखे में बदमाशों ने कर्मचारी को गोली मार दी थी। छत्ता क्षेत्र में ही शनिवार को सुबह पुलिस मुठभेड़ में घायल बदमाश की गिरफ्तारी के बाद यह पर्दाफाश हुआ। बदमाश को दस लाख में सुपारी देने वाले दो व्यापारी भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिए।
छत्ता क्षेत्र के काला महल में 13 फरवरी की रात को रामा ट्रेडर्स के कर्मचारी रामचंद्र कुकरेजा को गोली मारी गई थी। इसके बाद 15 फरवरी को इरादतनगर क्षेत्र में केनरा बैंक में लूट हुई थी। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि दोनों घटनाओं में शामिल बदमाशों के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिले थे। इनके आधार पर बदमाशों की पहचान हो गई थी। शनिवार को सुबह सात बजे पुलिस को सूचना मिली कि दोनों घटनाओं से संबंधित गैंग के बदमाश जीवनी मंडी की तरफ आने वाले हैं। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद के नेतृत्व में पुलिस ने आस्था सिटी के पास बदमाशों की घेराबंदी की। तभी बदमाशों ने पुलिस पर गोली चला दी। पुलिस की जवाबी फायरिग में एक बदमाश के पैर में गोली लग गई, जबकि दूसरा बदमाश बाइक छोड़कर भाग गया। गोली लगने से घायल बदमाश मलपुरा थाने का हिस्ट्रीशीअर हरिओम बघेल निकला, उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह धनौली का रहने वाला है और हत्या के मामले में जेल जा चुका है। उसके पास से घटना में प्रयुक्त बाइक, लूट और सुपारी की रकम में से 1.80 लाख रुपये और तमंचा बरामद हुआ। फरार बदमाश मलपुरा के अजीजपुर का सोनू है। पूछताछ में हरिओम बघेल ने पुलिस को बताया कि उसे पीपल मंडी के हर्ष ट्रेडर्स के मालिक सुरेश कुशवाह और भगवती ट्रेडर्स के मालिक पप्पू कुशवाह ने दस लाख रुपये में रामा ट्रेडर्स के मालिक कमल छावड़िया की हत्या की सुपारी दी थी। आठ लाख रुपये उन्होंने दे दिए थे। 13 फरवरी को हरिओम के साथी बदमाश कमल की हत्या करने आए थे। गलती से रामचंद्र को गोली मार दी थी। इस घटना के साथ ही इरादत नगर के डूंडीपुरा में बैंक लूट की घटना भी उसी के गैंग ने की थी। पुलिस ने हरिओम की निशानदेही पर दोनों व्यापारियों को गिरफ्तार कर लिया। सुरेश और पप्पू भी सिरोली रोड, धनौली के रहने वाले हैं। पुलिस ने व्यापारियों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया। हरिओम अभी अस्पताल में भर्ती है। जेल जाने के बाद मानते थे रंजिश
पप्पू और सुरेश ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2015 में कमल छाबड़िया ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी और कापी राइट एक्ट का मुकदमा लिखाया था। दोनों को जेल जाना पड़ा था। सात जनवरी को दोनों की दुकानों पर सैंपल भरे गए। ये कार्रवाई भी कमल छाबड़िया ने कराई थी। सपा नेता रहे कमल ने उनका व्यापार करना मुश्किल कर दिया था। इससे परेशान होकर दोनों ने हरिओम को कमल की हत्या की सुपारी दी थी। मुकेश ठाकुर है गैंग का सरगना
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि हरिओम बघेल जिस गैंग के साथ अपराध कर रहा है, उसका सरगना मुकेश ठाकुर है। वर्ष 2012 में शाहगंज क्षेत्र में हुई एक हत्या के मामले में हरिओम जेल गया था। वहां उसकी मुलाकात मुकेश ठाकुर से हो गई। रिहाई के बाद मुकेश के साथ अपराध कर रहा था। पूर्व में वह बमरौली अहीर के लाखन यादव का साथी रहा है। बाद में सोहल्ला निवासी बंटी यादव के साथ आ गया था।