Inter State Bus: पूर्वांचल जाने वाले परेशान, जब बस आती तो नियम नहीं रहते ध्यान

Inter State Busपूर्वांचल जाने वाली बसों में कोविड नियम की उड़ रहीं धज्जियां। बसों में निर्धारित क्षमता से आधे यात्री होने हैं सवार नहीं हो रहा पालन। आगरा से राजस्थान हरियाणा मध्य प्रदेश उत्तराखंड पंजाब सहित दूसरे रूट पर जाने वाले यात्रियों को मुश्किल हो रही है।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 04:18 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 04:18 PM (IST)
Inter State Bus: पूर्वांचल जाने वाले परेशान, जब बस आती तो नियम नहीं रहते ध्यान
कोरोना नियमों का उल्लंघन कुछ इस तरह से होता है बसों में।

आगरा, जागरण संवाददाता। परिवहन निगम की इंटरस्टेट बसों का संचालन बंद है, जबकि प्रदेश के अंदर बसों का संचालन हो रहा है। सर्वाधिक यात्री पूर्वांचल जाने के लिए आइएसबीटी पहुंच रहे हैं। लाकडाउन अवधि में बस की निर्धारित क्षमता से आधे यात्री बसों में बैठाने है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इन यात्रियों को बसों का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है और बसों में कोविड नियम भी तार-तार हो रहे हैं।

आइएसबीटी पर पहुंचे आसिम ने बताया कि वे गोरखपुर जाने के लिए एक घंटे से बस का इंतजार कर रहे हैं। माेटर रिपेयरिंग की दुकान पर काम करते थे। काम बंद होने के कारण परिवार के पास जा रहे हैं। पलवल से लोडिंग वाहन में बैठकर आए कमलेश ने बताया कि फैक्ट्री का काम एक महीने से बंद है। लाकडाउन अवधि थोडी-थोडी कर बढ़ रही है। उम्मीद थी कि फैक्ट्री में दोबारा बुलाएंगे, लेकिन मालिक ने कह दिया है कि लाकडाउन खत्म होने तक आधे कर्मियों से ही काम लेना है। ऐसा में घर फर्रुखाबाद जा रहा हूं। ट्रांसयमुना में रहने वाला विमल का परिवार भी बनारस जाने के लिए आइएसबीटी पर बस का लंबे समय से इंतजार कर रहा था। वे होटल में काम करते थे। फिलहाल होटल सिर्फ होम डिलीवरी कर रहे हैं, जिस कारण ज्यादा कर्मियों की आवश्यकता नहीं है। इसलिए काफी दिनों से घर बैठे थे। गांव जाकर खेती का काम कर आय करेंगे। ऐसे दर्जनों यात्री जब बसों में सवार हुए तो शारीरिक दूरी के नियम तार-तार हो गए। वहीं इंटरस्टेट बसों का संचालन बंद है। आगरा से राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब सहित दूसरे रूट पर जाने वाले यात्रियों को मुश्किल हो रही है। वे बार्डर के बस स्टेशन तक जाने वाली बसों में सवार हो रहे हैं। वहीं दिन में आगरा सवारियां लेकर पहुंचने वाली दूसरे राज्यों की बसें भी सवारियां भरकर ले जा रही हैं। 

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